दिल्ली के भलस्वा डेयरी इलाके में एक युवक की बेरहमी से हत्या की दिल दहला देने वाली हत्या की गुत्थी को पुलिस ने वारदात के चंद घंटों के भीतर ही सुलझा लिया है. वारदात के पीछे बदले की भावना से रची गई साजिश का खुलासा हुआ है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि तीन नाबालिगों को हिरासत में लिया है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान, राजीव नगर के मोहम्मद समीर (20 वर्ष) और भलस्वा डेयरी के रहने वाले सुलेमान उर्फ़ हैरान (20 वर्ष) के रूप में हुई है.
डीसीपी हरेश्वर स्वामी से मिली जानकारी के मुताबिक, 8 नवंबर की शाम को BJRM अस्पताल से पुलिस को सूचना मिली कि करण नाम के युवक को झगड़े में घायल हालत में लाया गया था, जिसे जांच में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. करण पेशे से ई-रिक्शा चालक था उसका कुछ युवकों से विवाद चल रहा था. चश्मदीद की मानें तो आरोपी करण को जबरन उसकी ई-रिक्शा में बैठाकर ले गए. जिसके कुछ ही देर बाद करण का खून से लथपथ शव पानी की पाइपलाइन के पास मिला. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर क्राइम टीम और फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को बुलाया और जांच शुरू की.
पुलिस ने पांच संदिग्ध आरोपियों को दबोचा
डीसीपी ने बताया कि, घटना की गंभीरता को देखते हुए ACP विजय कुमार की देखरेख और SHO भलस्वा डेयरी के नेतृत्व में गठित टीम ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए तकनीकी जांच, कॉल डिटेल रिकार्ड्स से मिली जानकारियों के आधार पर सबूत जुटा कर चंद घंटों में ही घंटों में पांचों संदिग्ध आरोपियों को दबोच लिया.
बदले की आग में जल रहे थे आरोपी
आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि मृतक करण का झगड़ा पहले आरोपी मोहम्मद समीर और एक नाबालिग से हो चुका था. आरोपियों के मुताबिक करण दोनों को एक-दूसरे के खिलाफ भड़काता था. इस रंजिश के चलते समीर ने अपने साथियों सुलेमान उर्फ़ हैरान, एवं तीनों नाबालिग आरोपियों के साथ मिलकर करण से बदला लेने की योजना बनाई.
8 नवंबर को समीर ने करण को फोन कर दुर्गा चौक बुलाया. वहां सभी आरोपी पहुंचे और करण को झांसे में लेकर पानी की पाइपलाइन की ओर ले गए, जहां सुलेमान ने उसका गला दबाया और बाकी ने उस पर ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया. जिस वजह से करण की मौके पर ही मौत हो गई. इस मामले में आगे की जांच जारी है.