Delhi Assembly Special Session: दिल्ली विधानसभा विशेष सत्र के दूसरे दिन मणिपुर के मसले पर सदन में बहस हुई. जैसे ही आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं ने मणिपुर पर सदन में अपनी बात रखना शुरू किया, तभी बीजेपी नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया. इसके बाद डिप्टी स्पीकर ने बीजेपी के छह विधायकों को सदन से बाहर कर दिया. इसके बाद आप विधायक वंदना कुमारी ने मणिपुर की घटना को लेकर बीजेपी सरकार पर हमला बोला, लेकिन इस बार कोई हंगामा नहीं हआ.'


'बीजेपी कहती है- ये कोई सब्जेक्ट है'


आप विधायक ने कहा, 'बीजेपी के नेता मणिपुर के मुद्दे को कहते ये कोई सब्जेक्ट है, शायद इसीलिए लोकसभा से लेकर दिल्ली विधानसभा तक ये लोग इस मुद्दे पर बात नहीं करने दे रहे हैं. बता दें कि, जिस समय मणिपुर जल रहा था उस हमारे प्रधानमंत्री बड़े ही शालीनता के साथ विदेश भ्रमण कर रहे थे. साथ ही मणिपुर की दो महिलाओं के साथ जो घटना हुई उसके बारे में वहां के मंत्री, विधायक, मुख्यमंत्री किसी को उस घटना के बारे में पता नहीं चला. जब तक की वो वीडियो वायरल नहीं हो गया.'


'मैं सदन के माध्यम से इस्तीफा मांगती हूं' 


विधायक ने आगे कहा, 'मणिपुर में सैंकड़ों लोग मारे गए, सैंकड़ों लोगों का घर तोड़ा गया, हजारों लोगों ने विस्थापित हो गए, लेकिन वहां के सीएम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा, यही थी डबल इंजन सरकार. जो फौजी पूरे देश की सुरक्षा कर रहे हैं, उनके परिवार की सुरक्षा गृहमंत्री नहीं कर पाए. ऐसे गृहमंत्री को खुद इस्तीफा दे देना चाहिए. लेकिन मैं सदन के माध्यम से गृहमंत्री अमित शाह का इस्तीफा मांगती हूं. बीजेपी के लोग कह रहे है मणिपुर की चर्चा यहां क्यों हो रही है, तो मैं बता दूं कि मणिपुर की चर्चा विदेश में हो रही है, पूरे देश में हो रही है. मैं आज दिल्ली विधानसभा से मांग कर रही हूं कि, जो  सीएम अपने राज्य की सुरक्षा नहीं कर पा रहा है उसे तुरंत हटा देना चाहिए. साथ ही उस वीडियो वायरल होने तक जिन-जिन लोगों ने चुप्पी साधी थी उन सब लोगों से पीएम को जवाब लेना चाहिए.   




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