Delhi News: दिल्ली में आशा किरण शेल्टर होम पर राजनीतिक घमासान तेज हो गया है. बीजेपी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है. बीजेपी नेता प्रवीण शंकर कपूर ने आरोप लगाया कि पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में आशा किरण शेल्टर होम से मौत की खबर आती थी. अब मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की वजह से आशा किरण शेल्टर होम सुर्खियों में है.
उन्होंने कहा, "कैग रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि आप सरकार के कार्यकाल में आशा किरण शेल्टर होम क्षमता से अधिक संचालित हो रहा था. 460 की क्षमता वाले आश्रय गृह में 1000 से ज्यादा लोगों को रहने के लिए मजबूर किया गया."
प्रवीण शंकर कपूर ने बताया कि उचित इलाज और भोजन की कमी से आश्रय गृह में लोगों की मौत होती रही. अरविंद केजरीवाल की सरकार ने ध्यान नहीं दिया. उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय हर साल दर्जनों आशा किरण शेल्टर होम में मौत होती रही. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आशा किरण शेल्टर होम में होली मनाने पहुंचीं. आश्रय गृह में रहने वालों के साथ खुशियां साझा कीं. ऐसे में आम आदमी पार्टी को परेशानी हो रही है.
आशा किरण शेल्टर होम पर घमासान
बीजेपी नेता ने कहा, "शैली ओबेरॉय और आतिशी ने 2024 में 14 मौत के बावजूद आश्रय गृह का दौरा नहीं किया. अब शिकायत दर्ज कराने आगे आ रही हैं.” आप ने राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग में शिकायत दर्ज कराई कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने आशा किरण शेल्टर होम के निवासियों की पहचान सार्वजनिक कर दी.
बीजेपी ने जवाब देते हुए कहा, “एनसीपीसीआर में शिकायत दर्ज कराने से पहले आप नेता शैली ओबेरॉय को 14 मौत के लिए खेद प्रकट करना चाहिए था. 14 लोगों की मौत 2024 में इलाज और भोजन के अभाव से हुई थी.”
BJP ने AAP पर लगाए गंभीर आरोप
बता दें कि आशा किरण शेल्टर होम दिल्ली में दिव्यांग बेसहारा बच्चों और वयस्कों के लिए सरकारी पुनर्वास केंद्र है. बीजेपी ने आप को आशा किरण शेल्टर होम पर राजनीति करने की बजाय पिछली गलतियों का प्रायश्चित करने की सलाह दी.
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