इटली के रास्ते स्वीडन जाने की थी तैयारी, दिल्ली एयरपोर्ट पर पंजाब के एजेंट समेत 4 आरोपी गिरफ्तार
Delhi News: दिल्ली एयरपोर्ट पर पकड़े गए दोनों युवकों ने पुलिस को बताया कि उनके कुछ रिश्तेदार स्वीडन में रहते हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं. इसलिए उन्होंने भी लाली नाम के एजेंट से संपर्क किया.

दिल्ली एयरपोर्ट पुलिस ने फर्जी वीजा रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए पंजाब के रहने वाले एक एजेंट रविंदर सिंह उर्फ लाली को गिरफ्तार किया है. यह एजेंट दो युवकों को स्वीडन भेजने के नाम पर उनके पासपोर्ट पर फर्जी शेंगेन वीजा लगवाकर भेजने की कोशिश कर रहा था. दोनों युवक आईजीआई एयरपोर्ट पर पकड़े गए थे. पुलिस ने इस मामले में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
क्या है पूरा मामला?
20-21 मई 2025 की रात पंजाब के होशियारपुर जिले के रहने वाले दो युवक तरनवीर सिंह (18 साल) और गगनदीप सिंह (20 साल) दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से रोम (इटली) होते हुए स्वीडन जाने के लिए पहुंचे थे.
दोनों दोहा (कतर) के रास्ते रोम जाने वाले थे. इमिग्रेशन जांच के दौरान उनके पासपोर्ट पर लगे शेंगेन वीजा को फर्जी पाया गया, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
31 लाख रुपये में तय हुआ था सौदा
पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि उनके कुछ रिश्तेदार स्वीडन में रहते हैं और अच्छी कमाई कर रहे हैं. इसी कारण वे भी स्वीडन जाने का सपना लेकर रविंदर सिंह उर्फ लाली नाम के एजेंट के संपर्क में आए थे.
एजेंट ने दोनों से 31 लाख रुपये लेकर स्वीडन भेजने का वादा किया था. एजेंट ने दोनों के पासपोर्ट और दस्तावेज लेकर फर्जी वीजा बनवाया और फ्लाइट टिकट भी एजेंट ने ही उपलब्ध करवाई थी.
एजेंट और उसके साथी गिरफ्तार
जांच के दौरान दोनों यात्रियों ने अहम खुलासे किए. उन्होंने बताया कि अहमदाबाद स्थित वीएफएस सेंटर में एक अन्य एजेंट कमलकांत सुरेश बाबू झा ने उनके बायोमेट्रिक और डॉक्यूमेंटेशन का काम करवाया था, लेकिन वहां से वीजा रिजेक्ट हो गया. इसके बाद कमलकांत ने अपने अन्य साथियों की मदद से फर्जी वीजा तैयार करवाया.
दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कमलकांत सुरेश बाबू झा (22 साल), उसके साथी अभिनेश सक्सेना और मुख्य आरोपी रविंदर सिंह उर्फ लाली को गिरफ्तार कर लिया है. अभिनेश सक्सेना वही व्यक्ति है जिसने महिपालपुर के एक होटल में दोनों यात्रियों को पासपोर्ट और फर्जी वीजा सौंपा था.
कैसे पकड़ा गया मुख्य आरोपी?
मुख्य आरोपी रविंदर सिंह उर्फ लाली पंजाब के होशियारपुर जिले का रहने वाला है. पुलिस टीम ने पंजाब में उसके संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी. अंततः तकनीकी निगरानी और स्थानीय सूचना के आधार पर आरोपी को उसके एक ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया गया. पूछताछ में उसने जुर्म कबूल कर लिया है. वह 10वीं तक पढ़ा हुआ है और लंबे समय से ट्रैवल एजेंट के तौर पर काम कर रहा था.
आगे की जांच जारी
पुलिस अब इस पूरे फर्जी वीजा रैकेट से जुड़े अन्य लोगों का पता लगाने में जुटी है. आरोपियों के बैंक खातों की जांच की जा रही है और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं इनका संबंध अन्य मामलों से तो नहीं है.
आईजीआई एयरपोर्ट पुलिस ने यात्रियों से अपील की है कि विदेश यात्रा के लिए केवल अधिकृत एजेंसियों से ही वीजा व अन्य कागजात बनवाएं. सस्ते और आसान वीजा दिलाने के झांसे में न आएं. किसी भी एजेंट या एजेंसी की जांच-परख कर ही सेवाएं लें, ताकि किसी कानूनी परेशानी से बचा जा सके.
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Source: IOCL
























