Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान सस्थान प्रशासन ने मरीजों को सस्ती दर पर आर्थोपेडिक इंप्लांट उपलब्ध कराने की पहल की है. इसके लिए एम्स ने अमृत फार्मेसी स्टोर के संचालक एजेंसी एचएलएल लाइफ केयर (सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम) के साथ हाल ही में समझौता किया है. इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि जल्दी ही एम्स में मरीजों को अमृत फार्मेसी स्टोर से सस्ते दर पर इम्प्लांट मिलने लगेंगे. इससे हड्डियों में फ्रैक्चर, कूल्हा व घुटना खराब होने सहित हड्डियों की विभिन्न बीमारियों से पीड़ित मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी. साथ ही कंपनियों के वेंडरों की मनमानी पर भी अंकुश लगेगा.


दिल्ली अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान प्रशासन की ओर से बताया गया है कि अभी तक संस्थान के स्टोर या मरीजों को अमृत फार्मेसी से आर्थोपेडिक इंप्लांट उपलब्ध नहीं होते. इस वजह से जरूरतमंद मरीजों को निजी कंपनियों के वेंडर से महंगी कीमत पर कृत्रिम कूल्हा, घुटना व अन्य महंगे इंप्लांट खरीदने पड़ते हैं. एम्स प्रशासन ने 29 अक्टूबर को अमृत फार्मेसी के स्टोर से इंप्लांट उपलब्ध कराने का आदेश दिया. इस आदेश के करीब साढ़े पांच माह बाद भी अब तक अमृत स्टोर से सस्ते दर पर आर्थोपेडिक इंप्लांट नहीं मिल पा रहे हैं.


इम्प्लांट का मूल्य तय करने पर चल रहा है काम


एम्स के मीडिया प्रोटोकाल की चेयरमैन डा. रीमा दादा ने कहा कि अमृत स्टोर से इंप्लांट उपलब्ध कराने के लिए समझौते की प्रक्रिया पूरी हो गई है. इसलिए अब अस्पताल में आर्थोपेडिक इंप्लांट के लिए अमृत फार्मेसी का स्टोर शुरू करने के लिए जगह की तलाश की जा रही है. इसके अलावा इंप्लांट की कीमत तय करने काम भी चल रहा है. बता दें कि एम्स में अमृत फार्मेसी का स्टोर है, जहां दवाएं 60 से 90 प्रतिशत कम कीमत पर उपलब्ध होती हैं, लेकिन इस स्टोर पर आर्थोपेडिक इंप्लांट उपलब्ध नहीं होते हैं.


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