दिल्ली में मोहल्ला क्लिनिक बंद होने की खबरों को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) ने गुरुवार (6 नवंबर) को जमकर हंगामा किया. मंडावली इलाके में एक मोहल्ला क्लिनिक के बाहर आप कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. उनका आरोप है कि सरकार दिल्ली में करीब 200 मोहल्ला क्लिनिक बंद करने की तैयारी में है.
प्रदर्शन के दौरान आप कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए कहा कि यह फैसला गरीबों और जरूरतमंदों के साथ अन्याय है. उन्होंने मांग की कि सरकार इस फैसले को तुरंत वापस ले और मोहल्ला क्लिनिकों को पहले की तरह पूरी सुविधा के साथ चलाए.
‘पहले दवाइयाँ बंद कीं, अब क्लिनिक बंद करने की बारी’
आप विधायक कुलदीप कुमार ने प्रदर्शन के दौरान सरकार पर सीधा हमला बोला. उन्होंने कहा, “आप दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक क्यों बंद कर रहे हैं? पहले आपने 9 महीने तक दवाइयाँ बंद कर दीं, फिर जांचें रोक दीं. अब आप मोहल्ला क्लिनिक बंद करने जा रहे हैं. धीरे-धीरे दिल्ली के सभी मोहल्ला क्लिनिक बंद कर दिए जाएंगे.
उन्होंने कहा, "सरकार दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों का निजीकरण करने की दिशा में काम कर रही है. यह गरीब नागरिकों की सरकार नहीं है.”
कुलदीप कुमार ने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक दिल्ली के लाखों लोगों के लिए राहत का केंद्र रहे हैं, जहां मुफ्त दवाइयाँ, जांच और इलाज की सुविधा मिलती है. अगर सरकार इन्हें बंद करती है, तो आम जनता को निजी अस्पतालों की ऊंची फीस भरनी पड़ेगी.
सरकार पर निजीकरण का आरोप
आप नेताओं ने आरोप लगाया कि सरकार धीरे-धीरे दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को निजी हाथों में देने की कोशिश कर रही है. पहले दवाइयों की सप्लाई रोकी गई, फिर लैब टेस्ट ठप कर दिए गए, और अब मोहल्ला क्लिनिकों को बंद करने की योजना बनाई जा रही है.
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग और पार्टी कार्यकर्ता शामिल हुए. लोगों ने कहा कि मोहल्ला क्लिनिक बंद होने से गरीबों को इलाज के लिए दर-दर भटकना पड़ेगा.