दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने ‘नो PUC, नो फ्यूल’ अभियान को पूरी सख्ती के साथ लागू कर दिया है. इस अभियान का असर भी दिल्ली में साफ नजर आ रहा है. 

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नो पीयूसी नो फ्यूल अभियान के तहत दिल्ली में बीते चार दिन में 112127 PUC जारी किए गए हैं. पहले ही दिन दिल्ली ने प्रदूषण सर्टिफिकेट जारी करने का रिकॉर्ड बना दिया था. गुरुवार, 18 दिसंबर को अभियान के पहले दिन 45479 PUC बने. वहीं, इससे एक दिन पहले बुधवार, 17 दिसंबर को जब इस नियम का ऐलान किया गया था, तब 31197 PUC बनाए गए थे. इससे भी पहले, मंगलवार को 17732 और सोमवार को 17719 PUC बने थे. 

नहीं दिया जा रहा पेट्रोल-डीजल

दिल्ली सरकार के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा सरकार चार बड़े मोर्चों पर प्रदूषण से लड़ रही है. इसमें वाहनों से निकलने वाला धुआं, सड़कों और निर्माण स्थलों की धूल, उद्योगों से होने वाला प्रदूषण और कचरा प्रबंधन शामिल है.

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‘नो PUC, नो फ्यूल’ नियम के तहत बिना वैध PUC वाले वाहनों को पेट्रोल और डीजल नहीं दिया जा रहा है. साथ ही, बीएस-6 मानकों से नीचे के गैर-जरूरी बाहरी वाहनों के दिल्ली में प्रवेश पर भी सख्ती की गई है.

'चालान काटने के लिए नहीं है यह अभियान'- मनजिंदर सिरसा

पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने गुरुवार को दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर और जनपथ सहित कई पेट्रोल पंपों पर अचानक पहुंचकर हालात का जायजा लिया. उन्होंने पेट्रोल पंप कर्मियों को निर्देश दिए कि वे नियमों को सख्ती से लागू करें, लेकिन लोगों से शालीनता और शांति से बात करें. मंत्री ने कहा कि यह अभियान चालान काटने के लिए नहीं, बल्कि लोगों की सेहत बचाने के लिए है.

आंकड़ों के मुताबिक, 17 दिसंबर को 29938 और 18 दिसंबर की शाम तक 31,974 PUC सर्टिफिकेट जारी किए गए. यानी करीब एक दिन में 61 हजार से ज्यादा वाहन मालिकों ने PUC बनवाया या नवीनीकरण कराया. इसी दौरान 3,746 वाहनों का चालान भी काटा गया, जिनके पास वैध PUC नहीं था.

दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए किए गए ये काम

सीमावर्ती इलाकों में दिल्ली ट्रैफिक पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त टीमों ने करीब 5,000 वाहनों की जांच की. इनमें से 568 गैर-अनुपालक वाहनों को दिल्ली में प्रवेश नहीं करने दिया गया. वहीं 217 गैर-जरूरी ट्रकों को ईस्टर्न और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे की ओर मोड़ दिया गया.

सड़कों की धूल कम करने के लिए 2,300 किलोमीटर से ज्यादा सड़कों की मशीन से सफाई की गई. मोबाइल एंटी-स्मॉग गन से 5,524 किलोमीटर क्षेत्र में पानी का छिड़काव किया गया. इसके अलावा 132 अवैध कचरा डंपिंग स्थलों को बंद कराया गया और करीब 38 हजार मीट्रिक टन पुराने कचरे का निपटान किया गया.

मंत्री सिरसा ने लोगों से अपील की कि वे GRAP के नियमों का पालन करें, समय पर PUC बनवाएं और जहां संभव हो वर्क फ्रॉम होम अपनाएं.  उन्होंने कहा कि प्रदूषण के खिलाफ यह लड़ाई सरकार अकेले नहीं जीत सकती. जब तक आम लोग साथ नहीं देंगे तब तक दिल्ली की हवा साफ नहीं हो सकती.