दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को लेकर सियासत गरमाती नजर आ रही है. लगातार घटती बस सेवाएं, ओवरएज वाहन और जनता की बढ़ती परेशानियों के बीच कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा और पूर्ववर्ती आम आदमी पार्टी सरकार पर तीखा हमला बोला है. राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कांग्रेस नेताओं ने दिल्ली की बदहाल परिवहन स्थिति को लेकर सरकार की नीयत और नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए.

परिवहन व्यवस्था चरमराई, जनता बेहाल

दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री हारुन यूसूफ ने दिल्ली की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था की बदहाली को लेकर आप और भाजपा दोनों सरकारों को घेरा. उन्होंने कहा कि राजधानी को 12-14 हजार बसों की जरूरत है, जबकि हाल में सिर्फ 400 नई बसें चलाई गईं. पिछले डेढ़ साल में 2,400 बसें हटा दी गईं और मार्च तक 1,700 और हटाई जाएंगी.

उन्होंने बताया कि डीटीसी की हालत खराब है, 99% बसें ओवरएज हैं और यात्रियों की संख्या 2012-13 के 46.77 लाख से घटकर अब 25 लाख रह गई है. यूसूफ ने आरोप लगाया कि केजरीवाल सरकार ने 11 साल में एक भी नई डीटीसी बस नहीं जोड़ी. कांग्रेस के समय में सीएनजी और लो-फ्लोर बसों से मिली मजबूती

उन्होंने कहा की सीएजी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली के कुल 814 बस रूटों में से 43 प्रतिशत में कटौती कर केवल 468 रूटों पर ही संचालन हो रहा है. डीटीसी का घाटा जहां 2022 में 60,750 करोड़ था, वही 2025 तक यह बढ़कर 65,000 करोड़ रुपए तक पहुंचने की आशंका है. उन्होंने कहा कि डीटीसी को अपनी लागत का 57 प्रतिशत हिस्सा केवल कर्ज के ब्याज में देना पड़ता है, जो हर वर्ष बढ़ता जा रहा है. कांग्रेस ने मांग की है कि भाजपा सरकार को डीटीसी को कर्ज मुक्त कर देना चाहिए, जैसा कि कांग्रेस सरकारों ने पहले भी किया था.

यूसूफ ने याद दिलाया कि 2010 में कांग्रेस सरकार ने राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान पूरी बस सेवा को सीएनजी आधारित बनाया, लो-फ्लोर बसें शुरू कीं और डीटीसी के 18,000 कर्मचारियों को स्थायी किया. उन्होंने मौजूदा परिवहन व्यवस्था को सुधारने के लिए डीटीसी को आर्थिक मजबूती देने और नए बसों को जोड़ने की जरूरत बताई.

महिलाओं के लिए पिंक बसों की मांग

कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. ओनिका मेहरोत्रा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार महिलाओं को मिल रही बस सुविधाओं को धीरे-धीरे खत्म कर रही है. उन्होंने कहा कि डीटीसी बसों में सीसीटीवी की कमी है और ‘सहेली कार्ड’ योजना के जरिए मुफ्त सफर बंद करने की साजिश हो रही है, जिसमें महिलाओं से दस्तावेज मांगे जा रहे हैं

डॉ. मेहरोत्रा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की मांग है कि दिल्ली में ‘पिंक बसों’ की शुरुआत होनी चाहिए, जो महिला ड्राइवर, कंडक्टर, सीसीटीवी कैमरा, पैनिक बटन और जीपीएस जैसी सुविधाओं से लैस हों. इससे न केवल महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि कामकाजी महिलाओं और छात्राओं को आत्मविश्वास भी मिलेगा.

उन्होंने कहा कि, जिस तरह कर्नाटक, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में कांग्रेस सरकारों ने महिलाओं को मुफ्त बस यात्रा का अधिकार दिया हुआ है, वैसे ही दिल्ली की महिलाओं को भी यह सुविधा मिलनी चाहिए.