Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में छठ पर्व को लेकर भी सियासी हलचल तेज है. कुछ दिनों पहले दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और सांसद मनोज तिवारी ने यमुना घाट का मुआयना कर वहां के पानी का जायजा लिया था. यमुना घाट पर साफ सफाई का मुआयना करने के बाद वीरेंद्र सचदेवा और मनोज तिवारी ने दिल्ली सरकार पर हमला बोला था. साथ ही पूर्वांचलवासियों की उपेक्षा का आरोप लगाया था. अब दिल्ली सरकार ने छठ पूजा को लेकर बड़ज्ञ फैसला लिया है. दिल्ली सरकार ने एमसीडी के हर वार्ड में छठ पूजा की तैयारियों के लिए पार्षदों को 40 हजार रुपये देने का ऐलान किया. 


जानकारी के मुताबिक इन पैसों को दिल्ली नगर निगम के हर वार्ड में घाटों की साफ सफाई, बिजली और पानी की व्यवस्था के लिए किया जाएगा. एमसीडी मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने कहा कि दिल्ली सरकार की ओर से कहा गया है कि अप्रोच रोड से छठ घाट तक स्ट्रीट लाइटें लगाई जाएंगी. हर वार्ड में दो घाट तैयार करने के लिए हेड अकाउंट से फंड दिया जाएगा. 


यमुना की बदहाली के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार


दिल्ली बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष्ज्ञ वीरेंद्र सचदेवा ने हाल ही दिल्ली की विकास मंत्री आतिशी पर पूर्वांचलियों के साथ भेदभाव का आरोप लगाया था. उन्होंने ​कहा कि छठ की तैयारियों को लेकर आतिशी तमाम मीटिंग्स करने का दावा कर रही हैं. हकीकत यह है कि वह यमुना सफाई को लेकर लोगों को बड़गला रही हैं. यमुना के पानी का मुआयना करने के बाद उन्होंने कहा कि कालिंदी कुंज पर यमुना के ऊपर सफेद झाग की मोटी चादर बिछी हुई है. यमुना का पानी इतना प्रदूषित है कि कोई हाथ से उसे छू लें तो बीमार हो जाए। यमुना की बदहाली सीएम अरविंद केजरीवाल की पूर्वांचल आस्था विरोधी सोच का प्रतीक है. वहीं पूर्वी दिल्ली से बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली में रहने वालों की औसत आयु लगातार कम हो रही है. इसकी सबसे बड़ी वजह यमुना की सफाई को लेकर केजरीवाल सरकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया है.


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