छठ पर्व की तैयारियों में डूबी दिल्ली के किशनगढ़ इलाके में अस्ताचलगामी भगवान भास्कर की पूजा से पहले सोमवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई, जब मछली पार्क के अंदर एक युवक की खून से सनी लाश मिली. स्थानीय निवासी की PCR कॉल पर मौके पर पहुंची पुलिस ने पाया कि एक 23 वर्षीय युवक के शरीर पर कई जगह चाकू से वार किए गए थे. मृतक की पहचान नितेश खत्री के रूप में हुई, जो पेशे से कैब ड्राइवर था और किशनगढ़ का ही रहने वाला था.

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शरीर पर चाकू के गहरे निशान, दो संदिग्ध हिरासत में

मौके पर पहुंचे पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नितेश के कान, पेट और शरीर के कई हिस्सों पर वार किए गए थे. क्राइम टीम और एफएसएल की टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की. जांच के दौरान पुलिस ने स्थानीय सूत्रों और तकनीकी निगरानी से मिली जानकारी के आधार पर दो संदिग्धों को हिरासत में लिया. दोनों की पहचान मोहित मेहलावत उर्फ मन्नू और लक्की उर्फ टन्नू के रूप में हुई है. ये दिल्ली के किशनगढ़ और महरौली इलाके के रहने वाले हैं. दोनों की उम्र लगभग 23 वर्ष बताई जा रही है और दोनों ही फिलहाल बेरोजगार हैं.

ढाई साल पुरानी रंजिश बनी खून की वजह

पुलिस जांच में सामने आया है कि यह हत्या किसी अचानक हुए झगड़े का नतीजा नहीं, बल्कि पुरानी दुश्मनी का अंजाम है. करीब ढाई साल पहले नितेश और उसके साथियों ने कथित तौर पर मोहित और लक्की के साथ मारपीट की थी, जिससे दोनों खुद को अपमानित महसूस कर रहे थे. तभी से इनके बीच दुश्मनी चल रही थी और आरोपी मृतक नितेश से बदला लेने के मौके की तलाश में थे. आखिरकार 26 अक्टूबर को ये अपने मनसूबे में कामयाब हुए और नितेश को पार्क में घेर कर उसकी चाकू से गोदकर हत्या कर दी.

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बदला बन गया मौत का कारण, पुलिस ने बरामद किए सबूत

पुलिस के अनुसार, हत्या का मकसद साफ तौर पर बदला लेना था. दोनों आरोपियों ने नितेश से पुरानी रंजिश के चलते उसकी जान लेने की योजना बनाई थी. वारदात के बाद दोनों मौके से फरार हो गए थे, लेकिन पुलिस ने कुछ ही घंटों में उन्हें दबोच लिया. आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल किए गए चाकू, खून से सने कपड़े, और मृतक का मोबाइल फोन बरामद किया गया है. फिलहाल दोनों आरोपी पुलिस हिरासत में हैं और उनसे पूछताछ जारी है.