दिल्ली के चाणक्यपुरी स्थित जीसस एंड मैरी कॉलेज समेत करीब 20 कॉलेजों को बुधवार को धमकी भरी ईमेल मिली. ईमेल में बम धमाके की बात कही गई थी. अचानक मिली इस मेल से कॉलेज प्रशासन और छात्रों में डर का माहौल बन गया.

हालांकि तुरंत पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां हरकत में आ गईं और जांच शुरू की. पूरी जांच के बाद पता चला कि ईमेल में धमकी झूठी थी और इसे होअक्स (फर्जी अलार्म) घोषित कर दिया गया.

5 दिन में 100 से ज्यादा स्कूल हुए टारगेट

गौरतलब है कि पिछले हफ्ते भी ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. सिर्फ 5 दिनों में 4 बार 100 से ज्यादा स्कूलों को धमकी भरी ईमेल मिल चुकी है. उन मामलों में भी गहन जांच की गई थी, लेकिन हर बार ये मेल झूठी ही निकलीं. फिर भी हर बार सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस अलर्ट मोड पर आ जाती हैं, ताकि किसी भी तरह का खतरा टाला जा सके.

वीपीएन के इस्तेमाल की आशंका

अधिकारियों का कहना है कि मेल भेजने वाले ने अपनी पहचान छिपाने के लिए संभवतः वीपीएन (VPN) का इस्तेमाल किया है. इस वजह से भेजने वाले तक पहुंचना आसान नहीं होगा, लेकिन साइबर टीम इसकी गहराई से जांच कर रही है.

पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस शख्स की पहचान कर ली जाएगी, ताकि बार-बार हो रही इस तरह की हरकतों पर रोक लगाई जा सके.

बार-बार मेल से बढ़ी टेंशन

लगातार इस तरह के मेल आने से छात्रों और पैरेंट्स की टेंशन बढ़ गई है. बच्चे पढ़ाई पर ध्यान नहीं लगा पा रहे और माता-पिता की चिंता बढ़ती जा रही है. पुलिस और प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहे हैं कि अफवाहों से बचें और किसी भी संदिग्ध मेल या संदेश की तुरंत जानकारी अधिकारियों को दें.

साइबर सेल की बड़ी चुनौती

इन धमकी भरे मेल की वजह से दिल्ली पुलिस की साइबर सेल के सामने बड़ी चुनौती खड़ी हो गई है. वीपीएन और फर्जी आईडी के इस्तेमाल के चलते असली आरोपी तक पहुंचना मुश्किल होता है. लेकिन अधिकारियों का कहना है कि जांच तेजी से आगे बढ़ रही है और जल्द ही सच सामने आएगा.