BMW एक्सीडेंट मामला: गिरफ्तार महिला गगनप्रीत को राहत नहीं, वकील ने कहा- 'एक्सीडेंट केस को पुलिस ने...'
BMW Car Accident: बीएमडब्ल्यू दुर्घटना मामले में दिल्ली की अदालत ने आरोपी महिला की न्यायिक हिरासत 27 सितंबर तक के लिए बढ़ा दी है. वहीं जमानत याचिका पर शनिवार को सुनवाई होगी.

दिल्ली के धौला कुआं के BMW एक्सीडेंट मामले में गिरफ्तार महिला गगनप्रीत को फिलहाल राहत नहीं मिली. गगनप्रीत ने पटियाला हाउस कोर्ट में जमानत याचिका दाखिल की थी. कोर्ट ने सभी पक्षों को सुनने के बाद सुनवाई शनिवार 20 सितंबर तक टाल दी. साथ ही गगनप्रीत को 27 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
आज (बुधवार, 17 सितंबर) गगनप्रीत के वकील ने कहा कि एक्सीडेंट का मामले को पुलिस ने गैर-इरादतन हत्या के मामले से जोड़ दिया. IPC 304 (BNS 105) में बदल दिया. जानबूझकर पुलिस ने सिर्फ 304 लगाई, जिसकी सजा उम्र कैद है. जब मुझे गिरफ्तार किया, 10 घंटे बाद FIR की.
पुलिस का कहना है कि गाड़ी 20 किलोमीटर क्यों ले जाया गया, इसलिए 304 लगाई गई है. वकील ने कहा, ''इनकी (गगनप्रीत) गाड़ी में भी पूरा परिवार बैठा था बच्चे और पति भी थे जो घायल हुए. हमें पीड़ित के प्रति पूरी सहानुभूति है. हादसे के समय मृतक बस से टकराया, उस बस को भी पकड़ना चाहिए. एक एम्बुलेंस वाले ने ले जाने से मना किया उस पर भी कार्रवाई होनी चाहिए.''
सामान्य एक्सिडेंट है- वकील
वकील ने आगे कहा, ''क्या ये 304 (A) का मामला नहीं बनता, पुलिस दवाब में कुछ भी कर सकती है. जब न्यायिक हिरासत में भेजा गया, उसी समय दिल्ली पुलिस से पूछना चाहिए था कि 304 (A) क्यों नहीं बनता? ये कहते हैं कि इसे हॉस्पिटल क्यों ले गए, हमने अपने फादर इन लॉ से बात कर अपने परिचित हॉस्पिटल ले गए. अपने घायल पति और घायल बच्चे को छोड़कर मृतक को पहले हॉस्पिटल ले गई. ये दुखद घटना है. सामान्य एक्सिडेंट है.''
दिल्ली पुलिस ने क्या कहा?
वहीं दिल्ली पुलिस ने कहा कि गगनप्रीत इतनी घायल नहीं थी जितना बताया जा रहा है. इन्होंने दूर अस्पताल में भर्ती करवाया काफी समय लगा. जिस टैक्सी से ले जाया गया, उसके ड्राइवर का बयान है. उसने कहा है कि जब बार-बार कहा जा रहा था कि नजदीक के हॉस्पिटल ले चलो लेकिन गगनप्रीत ने उनकी नहीं सुनी
पीड़ित परिवार के वकील ने कहा कि नियम है कि घायल को नजदीक के हॉस्पिटल ले जाया जाए. उसको तो कॉरिडोर में स्ट्रेचर पर रख दिया गया और जो लेडी अपने बच्चों को गाड़ी से निकाल रही है, ठीक दिख रही है उसे आईसीयू मे भर्ती कर दिया गया. सामने ही बेस हॉस्पिटल था, वहां नहीं ले जाया गया आखिर क्यों? गाड़ी की स्पीड बहुत ज्यादा थी, बीएमडब्ल्यू गाडी पलट गई. एयर बैग खुल गए.
बता दें कि वित्त विभाग में उप सचिव और हरि नगर के निवासी नवजोत सिंह (52) की दिल्ली छावनी मेट्रो स्टेशन के पास रिंग रोड पर रविवार (14 सितंबर) को दोपहर को हुई दुर्घटना में मौत हो गई थी. वह बंगला साहिब गुरुद्वारे में मत्था टेकने के बाद घर लौट रहे थे. उनकी पत्नी घायल हो गईं. उनका इलाज चल रहा है.
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