बीजेपी के एक प्रवक्ता की ओर से लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी को गोली मारने की धमकी दिए जाने के बाद सियासत गरमा गई है. कांग्रेस ने इसे हत्या की साजिश से जोड़ते हुए कड़ा विरोध दर्ज कराया है. भारतीय युवा कांग्रेस (IYC) ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताते हुए सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की है. कांग्रेस ने कहा कि राहुल गांधी की सत्य और न्याय की लड़ाई से BJP घबराई हुई है. बीजेपी प्रवक्ता पिन्टू महादेव ने एक टीवी चैनल पर डिबेट के दौरान कहा था कि राहुल गांधी के सीने में गोली मार देनी चाहिए.
यूथ कांग्रेस की तरफ से कहा गया, ''बीजेपी प्रवक्ता ने राष्ट्रीय टेलीविजन पर कहा कि राहुल गांधी को छाती में गोली मार देनी चाहिए. यह बयान केवल राहुल गांधी के खिलाफ व्यक्तिगत धमकी नहीं माना जा रहा, बल्कि बीजेपी की उस हताशा का प्रतीक बताया जा रहा है, जो कांग्रेस नेता के RSS-बीजेपी की विचारधारा के खिलाफ संघर्ष को लेकर महसूस की जा रही है.
लोकतंत्र की आत्मा पर हमला- कृष्णा अल्लावरू
इस पर भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रभारी कृष्णा अल्लावरू ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ''यह केवल राहुल गांधी के प्रति धमकी नहीं, बल्कि भारतीय लोकतंत्र की आत्मा के खिलाफ हमला है. बीजेपी, राहुल गांधी की सत्य और न्याय की लड़ाई से घबराई हुई है. इस तरह की भाषा उनके राजनीतिक दिवालियापन को उजागर करती है.
युवाओं की आवाज को दबाने की कोशिश- उदय भानु
वहीं, भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु ने कहा कि राहुल गांधी किसानों, कामगारों, महिलाओं और वंचितों की आवाज हैं. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा, ''लाइव टेलीविजन पर उन्हें धमकी देना करोड़ों भारतीयों की सामूहिक आवाज़ को धमकाने जैसा है. प्रधानमंत्री मोदी को जवाब देना चाहिए कि क्या उनकी पार्टी के प्रतिनिधियों को इस तरह की राजनीति की छूट है?
गांधी बनाम गोडसे की सच्चाई- रूपेश सिंह भदौरिया
IYC लीगल विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष रूपेश सिंह भदौरिया ने इसे लोकतांत्रिक ताने-बाने पर हमला बताया. उन्होंने कहा, ''बीजेपी की नफरत भरी राजनीति अपराध है. जिसके खिलाफ वे पुलिस थाने से लेकर कोर्ट तक कि लड़ाई लड़ने को तैयार हैं. कांग्रेस धमकियों से नहीं डरेगी. आज पूरा देश देख रहा है कि गांधी और गोडसे के रास्ते में क्या फर्क है.
कानूनी मोर्चे पर सक्रिय भारतीय युवा कांग्रेस
भारतीय युवा कांग्रेस ने दिल्ली पुलिस आयुक्त से लेकर स्थानीय पुलिस अधिकारियों तक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है. संगठन ने साफ किया है कि अगर बीजेपी प्रवक्ता पिंटू महादेव पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई, तो मामला अदालत तक ले जाया जाएगा. साथ ही, NDBSA (The News Broadcasters and Digital Standards Authority) को भी इस घटना की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग की गई है.
यह सिर्फ राहुल गांधी का मामला नहीं-IYC
IYC ने ये भी कहा, ''यह मुद्दा किसी एक नेता तक सीमित नहीं है, बल्कि लोकतांत्रिक विमर्श की गरिमा और जनप्रतिनिधियों की सुरक्षा से जुड़ा है.'' भदौरिया ने भरोसा दिलाया कि कानून में उपलब्ध हर विकल्प का इस्तेमाल करके इस लड़ाई को देशभर में कानूनी मंचों पर लड़ा जाएगा.
IYC लीगल विभाग ने तत्काल FIR दर्ज करने और बीजेपी प्रवक्ता के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की प्रासंगिक धाराएं लागू करने की मांग की है. संगठन का कहना है कि सार्वजनिक चर्चा में धमकी और आपराधिक राजनीति को सामान्य होने से रोकना लोकतंत्र की रक्षा के लिए जरूरी है.