दिल्ली नगर निगम के एकीकरण को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार 22 मार्च को मंजूरी देदी है. अब दिल्ली एमसीडी एकीकरण का विधेयक कल 24 मार्च को लोकसभा में पेश हो सकता है. इसके लिए बीजेपी ने सांसदों के लिए विहिप जारी करते हुए उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा है. जहां लोकसभा में बीजेपी के दिल्ली के सात सांसद हैं तो वहीं आम आदमी पार्टी (आप) के पास फिलहाल कोई लोकसभा सांसद नहीं है.


अब केंद्रीय कैबिनेट ने  दिल्ली नगर निगम संशोधन अधिनियम 2022 को मंजूरी दी है. इससे दिल्ली के तीनों नगर निगमों का विलय कर दिया जाएगा, जिसमें दिल्ली नगर निगम, उत्तर दिल्ली नगर निगम और दक्षिण दिल्ली नगर निगम एक हो जाएगा. साल 2012 में एमसीडी को तीन हिस्सों में बांटा गया था लेकिन अब इन्हें फिर से एकीकरण करने का फैसला ले लिया है.


दिल्ली नगर निगम में फिलहाल बीजेपी का शासन हैं और इन तीन नगर निगमों में हाल ही में चुनाव होने वाले थे. हालांकि इस चुनाव दिल्ली एमसीडी के एकीकरण का हावाला देते हुए टाल दिया गया था. अब देखने ये है कि दिल्ली नगर निगम में एकीकरण के बाद कब चुनाव होंगे.


MCD के मुद्दे पर बीजेपी का आम आदमी पार्टी पर पलटवार, फंड नहीं देने का लगाया आरोप


जहां बीजेपी दिल्ली एमसीडी एकीकरण पर साथ है तो वहीं आप पार्टी ने कुछ सवाल भी उठाए हैं. दिल्ली एकीकरण पर आप विधायक आतिशी ने कहा था कि 15 साल से एमसीडी में बीजेपी की सरकार है, 7 साल से केंद्र में बीजेपी की सरकार है.अगर बीजेपी को एमसीडी के गवर्नेंस में दिक्कत आ रही थी तो पहले एकीकरण क्यों नहीं किया? वहीं बीजेपी दिल्ली अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने दिल्ली सरकार पर नगर निगम को फंड न देने का आरोप लगाया है.