Delhi News: देश की राजधानी दिल्ली में साल 2022 की पहली तिमाही यानी अप्रैल-जून के मुकाबले शराब के खुदरा कारोबार में भारी गिरावट दर्ज की गई है. कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहोलिक बेवेरेज कंपनीज द्वारा तैयार एक रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में 2022 की पहली तिमाही में आबकारी नीति लागू हई थी, जिसे अब रद्द किया जा चुका है.


सीआईएबीसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि आबकारी नीति में बदलावों से जुड़ी सभी बाधाओं और कई ब्रांड उपलब्ध नहीं होने के बावजूद दिल्ली ने 36 प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि दर बनाए रखी.सीआईएबीसी के आंकड़ों के अनुसार शराब की बिक्री में 2022 की पहली तिमाही में 263 प्रतिशत की भारी वृद्धि दर्ज की गई थी. ताजा आंकड़ों के अनुसार जनवरी-मार्च 2023 में 14 प्रतिशत की नकारात्मक वृद्धि दर्ज की गई.


बता दें कि दिल्ली नई आबकारी नीति विवादों में आने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल की सरकार ने जुलाई 2022 में उपराज्यपाल विनय सक्सेना  द्वारा इसके कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की सिफारिश के बाद वापस ले ली थी. उसके बाद यह नीति पिछले साल 31 अगस्त को समाप्त हो गई. पुरानी नीति जिसके तहत दिल्ली सरकार के निगमों ने शहर में शराब की दुकानें खोलीं, वह 1 सितंबर 2022 को लागू की गई थी. इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो ने गहनता से जांच के बाद पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को फरवरी 2023 में गिरफ्तार कर लिया था. उसके बाद से वह तिहाड़ जेल में हैं. काफी प्रयासों के बावजूद उन्हें जमानत नहीं मिली है. दिल्ली हाईकोर्ट ने मनीष सिसोदिया को जमानत देने से इनकार कर दिया है. हाईकोर्ट ने कहा था कि दिल्ली शराब घोटाले से जुड़ी जांच अहम मोड़ पर  है. ऐसे में मनीष सिसोदिया को जमानत मिलने से केस को प्रभावित होने की आशंका है. 


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