Delhi Ayushman Bharat Yojana: बीजेपी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान योजना) को लागू करने के लिए शनिवार को केंद्र के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए. इसके साथ ही, दिल्ली इस स्वास्थ्य बीमा योजना को लागू करने वाला 35वां राज्य या केंद्र शासित प्रदेश बन गया.
पश्चिम बंगाल अब एकमात्र ऐसा राज्य है, जिसने इस योजना को लागू नहीं किया है. आयुष्मान भारत योजना 27 विशेषज्ञताओं में 1,961 मेडिकल प्रक्रियाओं के लिए मुफ्त और ‘कैशलेस’ उपचार प्रदान करती है, जिसमें दवाओं, क्लिनिकल सर्विस, अस्पताल में भर्ती होने, आईसीयू देखभाल, सर्जरी और अन्य लागत शामिल हैं.
पात्र परिवारों को 10 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य कवर
इस योजना के तहत, दिल्ली में पात्र परिवारों को 10 लाख रुपये तक का वार्षिक स्वास्थ्य कवर मिलेगा, जिसमें से पांच लाख रुपये केंद्र और शेष पांच लाख रुपये दिल्ली सरकार प्रदान करेगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता सहित अन्य आला नेताओं की मौजूदगी में दिल्ली सरकार और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (National Health Authority) के बीच समझौता ज्ञापन (MOU) पर हस्ताक्षर किए गए.
आयुष्मान योजना को लेकर अभियान शुरु करेगी दिल्ली सरकार
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण यानी नेशनल हेल्थ अथॉरिटी, आयुष्मान भारत स्वास्थ्य बीमा योजना के कार्यान्वयन के लिए जिम्मेदार शीर्ष निकाय है. समझौते पर हस्ताक्षर के बाद योजना के तहत लाभार्थियों को नामांकित करने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया जाएगा.
MoU हस्ताक्षर के बाद आपस ने साझा किया गया. 10 अप्रैल को एक और MoU केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच होगा. इसके तहत केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार को 2400 करोड़ रुपये हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए देगी.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने क्या कहा?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा, ''आयुष्मान भारत इंश्योरेंस स्कीम नहीं है, ये एश्योरेंस स्कीम है. केजरीवाल के अहम ने दिल्ली वालों को इस योजना से वंचित रखा था. ये कहते थे कि मोदी जी आपको दूसरा जन्म लेना पड़ेगा. इसी चुनाव में लोगों ने धूल चटा दी. आज अच्छा दिन है. बुरे लोगों का नाम नहीं लेना चाहता हूं.''
सीएम रेखा गुप्ता का AAP पर हमला
सीएम रेखा गुप्ता ने आरोप लगाते हुए कहा, ''पिछली सरकारों की साजिश की वजह से दिल्ली में आयुष्मान योजना लागू नहीं हो पायी. केंद्र और राज्य सरकार के बीच जनता कैसे पिसती थी, वो दिल्ली की जनता जानती है. दिल्ली की जानता में हाहाकार मचा था, एक बेड पर दो-दो मरीज थे, लोग मर रहे थे. आयुष्मान योजना के माध्यम से दिल्ली के लोग अपने पसंद के अस्पताल में अब इलाज करवा पाएंगे.
उन्होंने ये भी कहा कि 1961 प्रकार की बीमारियों का इलाज दिल्ली वाले करवा सकेंगे. 30 हज़ार से ज़्यादा अस्पताल में दिल्ली के निवासी मुफ्त में इलाज करवा सकते हैं. पहले चरण में 2 लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों को इससे जोड़ा जाएगा. 10 तारीख से कार्ड बंटने शुरू हो जाएंगे.