Atishi On Rekha Gupta: दिल्ली की राजनीति में शनिवार (12 अप्रैल) को उस समय एक नया राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया, जब विधानसभा में नेता विपक्ष आतिशी ने मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता पर राष्ट्रीय राजधानी को नहीं संभाल पाने के आरोप लगा दिए. उन्होंने एक्स पर दावा किया है कि सीएम के पति दिल्ली नगर निगम (एमसीडी), दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी), लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) और दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डीयूएसआईबी) के वरिष्ठ अधिकारियों की एक आधिकारिक बैठक में मौजूद थे. ये सवाल भी उठाया है कि क्या रेखा गुप्ता से दिल्ली संभल नहीं रहा?

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दरअसल, आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक तस्वीर साझा करते हुए आरोप लगाया कि दिल्ली सरकार को मुख्यमंत्री के पति चला रहे हैं. उन्होंने इस स्थिति की तुलना ‘गांवों में अक्सर देखी जाने वाली स्थिति’ से की. आतिशी ने अपनी पोस्ट में कहा, ‘‘इस तस्वीर को ध्यान से देखिए जो व्यक्ति एमसीडी, डीजेबी, पीडब्ल्यूडी और डीयूएसआईबी के अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं. वह दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के पति हैं.’’

'सीएम के पति संभाल रहे सारा सरकारी काम'

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उन्होंने कहा, ‘‘पहले हम सुनते थे कि अगर गांव में कोई महिला सरपंच चुनी जाती है, तो सारा सरकारी काम उसका पति संभालता है, लेकिन देश के इतिहास में यह पहली बार हुआ होगा कि एक महिला मुख्यमंत्री बनी और सारा सरकारी काम उनके पति संभाल रहे हैं.’’

आतिशी ने आगे लिखा है, ‘‘क्या रेखा गुप्ता को सरकारी काम संभालना नहीं आता? क्या इसी वजह से दिल्ली में रोज़ लंबे-लंबे पॉवर कट हो रहे हैं? क्या रेखा से बिजली कंपनियां नहीं संभल रहीं?’’ क्या इसी वजह से प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ रही हैं? क्या रेखा से शिक्षा विभाग नहीं संभल रहा? एक मुख्यमंत्री-पति का सरकार चलाना बेहद खतरनाक है!

CM के बचाव में सामने आए वीरेंद्र सचदेवा 

आप नेता आतिशी के इन आरोपों के जवाब में वीरेंद्र सचदेवा ने कहा, ‘‘यह हैरानी की बात है कि स्वयं एक महिला होने के बावजूद आतिशी एक महिला नेता का अपमान कर रही हैं. रेखा गुप्ता ने जन सेवा के संकल्प के साथ अपने खुद के परिश्रम से डूसू छात्रसंघ सचिव से लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री पद तक की यात्रा तय की है. उनके पति द्वारा उनका समर्थन किया जाना न तो गैरकानूनी है और न ही अनैतिक. यह ‘बिल्कुल सामान्य’ बात है.’’