Ashish Sood On AAP: दिल्ली के गृह, ऊर्जा, शहरी विकास और शिक्षा मंत्री आशीष सूद ने शुक्रवार (28 फरवरी) को विधानसभा में पिछली सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि पिछली सरकार के शासन में भ्रष्टाचार चरम पर था, लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर किया गया और वित्तीय कुप्रबंधन हुआ.
मंत्री ने आरोप लगाते हुए कहा, ''पिछले पांच सालों में दिल्ली विधानसभा सिर्फ 74 दिन चली, जो कि राजधानी के इतिहास में सबसे कम है. विपक्षी दलों ने जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करने की मांग की और पिछली सरकार जवाबदेही से दूर भागती रही''.
'ईमानदारी का दावा करने वाले शराब घोटाले का मास्टरमाइंड'
दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने आबकारी नीति का जिक्र करते हुए कहा, ''ईमानदारी का दावा करने वाले शराब घोटाले के मास्टरमाइंड निकले. यह घोटाला 2,002 करोड़ रुपये का था, जिसमें पिछली सरकार के लोग शामिल थे. कैग (CAG) रिपोर्ट में भी इस घोटाले का खुलासा हुआ था, जिससे जनता में आक्रोश था.''
विज्ञापन पर खर्च बढ़ा, शिक्षा और स्वास्थ्य पर नहीं-आशीष सूद
आशीष सूद ने पिछली सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन को लेकर भी गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने बताया कि 2015-16 में दिल्ली सरकार का विज्ञापन बजट 81.23 करोड़ रुपये का था, जो 2021-22 में बढ़कर 490 करोड़ रुपये हो गया. यानी सरकार ने प्रचार पर पैसा उड़ाया, लेकिन जनता के लिए बुनियादी सुविधाओं पर ध्यान नहीं दिया.
'शिक्षा, स्वास्थ्य के लिए आवंटित बजट का सही इस्तेमाल नहीं'
दिल्ली के मंत्री ने आगे कहा, ''शिक्षा के लिए 720.88 करोड़ रुपये का बजट तय था, लेकिन सिर्फ 278.74 करोड़ रुपये ही खर्च हुआ. स्वास्थ्य के लिए 886.80 करोड़ रुपये आवंटित थे, लेकिन सिर्फ 373.30 करोड़ रुपये खर्च हुए.''
दिल्ली में शिक्षा क्रांति सिर्फ दिखावा- आशीष सूद
मंत्री आशीष सूद ने आगे कहा, ''पिछली सरकार ने शिक्षा सुधार का झूठा प्रचार किया, लेकिन असलियत यह है कि स्कूलों में बुनियादी सुविधाओं की कमी रही और सरकारी स्कूलों का प्रदर्शन गिरता गया. इसी तरह, अस्पतालों की हालत भी खराब हो गई, क्योंकि बजट का सही इस्तेमाल नहीं हुआ.''
भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन नई सरकार की प्राथमिकता-आशीष सूद
उन्होंने भरोसा दिलाया कि नई सरकार पारदर्शिता और सुशासन लाने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने कहा, ''भ्रष्टाचार खत्म करना और जनता की भलाई के लिए काम करना उनकी सरकार की पहली प्राथमिकता है.''
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