Delhi News: दिल्ली की राजनीति (Delhi Politics) बहुत तेजी से बदलाव जारी है. सबसे पहले दिल्ली सेवा कानून राजधानी में लागू होने से इंडिया गठबंधन के दो प्रमुख दल यानी कांग्रेस (Congress) और आप (AAP) के बीच सियासी खटास देखने को मिली. उसके बाद जिस अलका लांबा (Alka Lamba) के एक बयान से आप और कांग्रेस के बीच तीखी बातचीत का सिलसिला इंडिया के होने न होने तक पहुंच गई, उसी अलका को मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) ने सीडब्लूसी (CWC) का सदस्य बनाकर साफ कर दिया कि पार्टी अपने तेजतर्रार महिला नेता की क्षमता का उपेक्षा करने के पक्ष में नहीं है. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस पार्टी के इस फैसले से सबसे बड़ा झटका आम आदमी पार्टी को लगा है. ऐसा इसलिए कि वो अन्ना आंदोलन के दौरान आप में शामिल हो गई थीं. आप के टिकट पर वह साल 2015 में संपन्न दिल्ली विधानसभा चुनाव में चांदनी चौक से विधायक चुनी गईं. उस दौर में वो अरविंद केजरीवाल की करीब नेताओं में शुमार भी हुईं थी. वहीं, मतभेद होने के बाद वो कांग्रेस में वापस लौट आईं. वर्तमान में वो दिल्ली की राजनीति में वो दमदार तरीके से सक्रिय हैं. वह दिल्ली सरकार के खिलाफ लगातार आवाज बुलंद कर रही हैं.


यही वजह है कि कांग्रेस की गुप्त बैठक के बाद जब उन्होंने कहा ​था कि कांग्रेस दिल्ली की सभी सात सीटों पर चुनाव की तैयारी करेगी, तो आप नेताओं ने उनके इस बयान पर ऐतराज किया था. दिल्ली कांग्रेस के कुछ नेता भी उनके बयान से चकित थे कि अब क्या होगा? इससे तो इंडिया को लेकर पार्टी की रणनीति खटाई में पढ़ सकती है, लेकिन उनके बयान के एक दिन बाद कांग्रेस ने कहा था- यह अलका का निजी बयान है. कांग्रेस के पूर्व सांसद संदीप दीक्षित ने उनके पक्ष में बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अलका ने आखिर गलत क्या कहा है? आम आदमी पार्टी का इस मसले पर इस मसले पर नाराज होने की कोई वजह नहीं है. अलका का यही कहा है न कि दिल्ली कांग्रेस सभी सातों सीटों पर चुनाव की तैयारी करेगी. इसमें बुराई क्या है? अलका ने तैयारी की बात कही है, न कि सातों सीटों पर चुनाव लड़ने की. 


खरगे का फैसला, अलका के लिए मुखर होने का मौका 


इसके बावजूद इस बात की चर्चा हुई कि पार्टी अलका के खिलाफ कार्रवाई कर सकती है, लेकिन हुआ, ठीक इसके उलट. रविवार यानी 20 जुलाई को मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें सीडब्लूसी का सदस्य बनाने का ऐलान कर दिया. कांग्रेस के इस फैसले के बाद से दिल्ली कांग्रेस की नेता अलका लांबा सुर्खियों में हैं. पार्टी के इस फैसले के वह दिल्ली कांग्रेस माहिला नेत्रियों में सबसे उम्दा कद की महिला हो गई हैं. कांग्रेस के इस फैसले से अलका के कद दिल्ली की राजनीति में बढ़ने का अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि सीडब्लूसी का मेंबर चुने जाने के बाद उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि मेरी आखों में इस समय खुशी के आंसुओं का सैलाब हैं. मन में सकूं हैं. 30 सालों के राजनैतिक संघर्ष और सफर में आज एक बार फिर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व का भरोसा जीतने में कामयाब जो हुई हूं. इसके आगे उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस अध्यक्ष आदरणीय मल्लिकार्जुन खरगे जी, सोनिया गांधी जी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी जी और कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल जी का ​मैं दिल से आभार व्यक्त करती हूं. उन सभी साथियों का भी आभारी हूं, जिन्होंने सदा मेरा साथ दिया है. वह पार्टी को अपनी तरफ से भरोसा दिलाती हुई कहती हैं कि मैं, आप सभी की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगी. जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया. 


यह भी पढ़ें:  DUSU Election 2023: डूसू चुनाव को लेकर कैंपस में सरगर्मी तेज, ABVP का 21 अगस्त से इन कैंपस अभियान चलाने का ऐलान