Delhi AIIMS Server Down: बुधवार (23 नवंबर) सुबह 7:00 बजे से नई दिल्ली एम्स का सर्वर डाउन बताया जा रहा है. इसकी वजह से मरीजों और दूसरे मेडिकल संबंधित कार्यों में काफ़ी दिक्कतें आ रही हैं. 12 घंटे का वक्त हो चुका है लेकिन अभी तक सर्वर की स्थिति सामान्य नहीं हुई है. एम्स के कर्मचारियों द्वारा लगातार सर्वर को ठीक करने का प्रयास जारी है. फिलहाल सुबह से अभी तक ओपीडी और सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था को मैनुअली जारी रखा गया है.
दूर-दराज से आने वाले मरीजों को दिक्कत
सर्वर डाउन होने की वजह से सबसे ज्यादा दूर दराज से आने वाले मरीजों को दिक्कतें आ रही हैं. एम्स के मीडिया को-ऑर्डिनेटर ने एबीपी न्यूज़ से बातचीत के दौरान कहा कि आज सुबह से सर्वर डाउन है, जिसकी वजह से ओपीडी और सैंपल कलेक्शन व्यवस्था को मैनुअल रूप से संभाला जा रहा है. यह जरूर है कि मरीजों को इससे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन इसे जल्द से जल्द ठीक करने का प्रयास लगातार जारी है. हैक करने जैसे सवालों पर उन्होंने कहा कि अभी कुछ कह पाना जल्दबाजी होगी लेकिन सभी तकनीकी दिक्कतों को जल्द से जल्द ठीक कर दिया जाएगा.
दिल्ली एम्स पर बड़ी जिम्मेदारी
दिल्ली-एनसीआर के आम लोगों के अलावा देश के नामचीन राजनीतिक हस्तियां राजधानी में रहती हैं जिनके नियमित इलाज के अलावा मेडिकल रिकॉर्ड सीधे दिल्ली एम्स पर निर्भर है. ऐसी स्थिति में इतने लंबे समय तक सर्वर डाउन होना आम लोगों के इलाज में परेशानियों के साथ-साथ उन चुनिंदा लोगों के मेडिकल रिकॉर्ड के लिए भी काफी संवेदनशील माना जा रहा है.
एम्स अपने विशेष डॉक्टरों और विश्व स्तर की मेडिकल व्यवस्था के लिए मशहूर है. इसके अलावा एम्स की इमरजेंसी भी अच्छे तरह से व्यस्थित है. एम्स की इमरजेंसी में मरीजों को उनकी गंभीरता के आधार पर सटीक और ठीक तरह से बांटकर बेहतर इलाज की व्यवस्था है. जर्नल ऑफ इमरजेंसी ट्रामा में छपे अध्ययन में भी एम्स की इमरजेंसी की तारीफ की गई है और कहा गया है कि ऐसा इमरजेंसी सिस्टम अगर पूरे देश में लागू हो जाए तो मृत्यु दर को काफी हद तक कम किया जा सकता है.