जगदीप धनखड़ ने सोमवार को उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इस्तीफे की वजह स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बताई गई हैं. उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा भेज दिया है. वहीं उनके इस्तीफे पर आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा का बयान सामने आया है.

राघव चड्ढा ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट पर लिखा, "माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूं क्योंकि वे 'चिकित्सा आधार' का हवाला देते हुए पद छोड़ रहे हैं. ये तस्वीरें पिछले बुधवार की हैं जब मुझे उनके आधिकारिक आवास पर उनसे मिलने का अवसर मिला था."

 

 

मैं आखिरी सांसद था- चड्ढाउन्होंने आगे लिखा, "संयोग से, उनके इस्तीफा देने से पहले, जब वे अध्यक्ष पद पर थे, तब सदन में बोलने वाला मैं आखिरी सांसद था." वहीं चड्ढा ने जगदीप धनखड़ के साथ तस्वीरें भी शेयर की. 

स्वास्थ्य का दिया हवालाबता दें कि जगदीप धनखड़ ने इस्तीफा देते हुए अपने एक्स हैंडल पर लिखा, "आदरणीय राष्ट्रपति जी, स्वास्थ्य सेवा को प्राथमिकता देने और चिकित्सीय सलाह का पालन करने के लिए मैं संविधान के अनुच्छेद 67(ए) के अनुसार तत्काल प्रभाव से भारत के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा देता हूं. मैं भारत की राष्ट्रपति के प्रति उनके अटूट समर्थन और मेरे कार्यकाल के दौरान हमारे बीच बने सुखद एवं अद्भुत कार्य संबंधों के लिए अपनी हार्दिक कृतज्ञता व्यक्त करता हूं."

उन्होंने ये भी कहा कि मैं प्रधानमंत्री और सम्मानित मंत्रिपरिषद के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त करता हूं. प्रधानमंत्री का सहयोग और समर्थन अमूल्य रहा है, और मैंने अपने कार्यकाल के दौरान बहुत कुछ सीखा है. 

'तहे दिल से रहूंगा आभारी'जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि संसद के सभी सदस्यों से मुझे जो गर्मजोशी, विश्वास और स्नेह मिला है, वह हमेशा मेरी स्मृति में रहेगा. मैं हमारे महान लोकतंत्र में उपराष्ट्रपति के रूप में प्राप्त अमूल्य अनुभवों और अंतर्दृष्टि के लिए तहे दिल से आभारी हूं.

जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि इस महत्वपूर्ण अवधि के दौरान भारत की उल्लेखनीय आर्थिक प्रगति एवं अभूतपूर्व विकास को देखना और उसमें भाग लेना मेरे लिए सौभाग्य एवं संतुष्टि की बात रही है.

'उपलब्धियों पर गर्व'उन्होंने कहा कि हमारे राष्ट्र के इतिहास के इस परिवर्तनकारी युग में सेवा करना मेरे लिए एक सच्चा सम्मान रहा है. इस प्रतिष्ठित पद से विदा लेते हुए मैं भारत के वैश्विक उत्थान और अभूतपूर्व उपलब्धियों पर गर्व महसूस कर रहा हूं और इसके उज्ज्वल भविष्य में अटूट विश्वास रखता हूं.