Caste Census: मोदी सरकार ने बुधवार (30 अप्रैल) को बड़ा फैसला लेते हुए जाति जनगणना कराने का फैसला लिया. इसको लेकर क्रेडिट लेने की होड़ लग गई है. मुख्य विपक्षी कांग्रेस का कहना है कि राहुल गांधी के दबाव में ये फैसला लिया गया है. 

इस बीच आम आदमी पार्टी (आप) ने भी अपना रुख साफ कर दिया है. आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि AAP जाति जनगणना के पक्ष में है लेकिन ऐसा न हो कि महिला आरक्षण की तरह इसको भी ठंडे बस्ते में डाल दिया जाए.

साथ ही उन्होंने कहा, ''पहलगाम में आतंकवादियों ने 27 निर्दोष निहत्थे लोगों की हत्या कर दी, पूरा देश इंतजार कर रहा था की पीएम मोदी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे. PoK को वापस लेने के लिए हमले का ऐलान करेंगे. ध्यान भटकाने के लिए पीएम मोदी “जाति जनगणना”कराने की बात कर रहे हैं.''

सौरभ भारद्वाज ने क्या कहा?

वहीं आम आदमी पार्टी के दिल्ली के संयोजक और पूर्व मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कई दिनों से मीडिया में चल रहा था कि प्रधानमंत्री कोई बड़ा फ़ैसला लेने वाले हैं. पाकिस्तान पूरी रात नहीं सोया, पाकिस्तान कांप रहा है. लेकिन केंद्र सरकार कैबिनेट मीटिंग में जातिगत जनगणना को लेकर फैसला करती है.

उन्होंने आगे कहा, ''पूरा देश, सभी राजनीतिक दल केंद्र सरकार के साथ खड़े थे कि सरकार पाकिस्तान से बदला लेगी. बीजेपी सरकार अपने जातिगत जनगणना के फ़ैसले से पूरी बहस को घुमाने की कोशिश कर रही है, जिसे देश की जनता अच्छे से समझ रही है.

पार्टी ने कहा, ''आम आदमी पार्टी शुरू से ही जातिगत जनगणना की मांग करती रही है लेकिन बीजेपी जातिगत जनगणना को लेकर गंभीर नहीं है.''