दिल्ली नगर निगम चुनाव की देरी के पीछे केंद्र की एमसीडी एकीकरण योजना को बताया गया. इसके बाद सभी राजनीतिक दलों के टिकट उम्मीदवारों के लिए काफी परेशानियां खड़ी हो गई हैं. कांग्रेस और आप के वो उम्मीदवार काफी परेशान हैं जो टिकट के लाइन में थे. क्योंकि आप, भाजपा और कांग्रेस के कई उम्मीदवारों ने कहा कि वे इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि उन्हें चुनाव प्रचार पर अधिक खर्च करना चाहिए या इंतजार करना चाहिए.
दिल्ली एमसीडी इलकेश्न के लिए टिकट की मांग कर रहे बीजेपी नेता ने कहा कि कई उम्मीदवारों ने पहले ही अपने इलाकों में प्रचार पोस्टर चिपकाने के लिए बड़ी रकम खर्च कर दी है. टिकट की लाइन में खड़े सभी उम्मीदवारों का मानना है कि चुनावी खर्चा इसलिए भी कम हो रहा है कि कहीं ऐसा न हो कि एकीकरण हो जाए और पैसा बेकार जाए.
बता दें कि राज्य चुनाव आयोग (एसईसी) ने दिल्ली नगर निकायों के एकीकरण के संबंध में केंद्र का हवाला देकर एमसीडी चुनावों की तारीखों की घोषणा को स्थगित कर दिया था. इस बात पर बीजेपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि केंद्र संसद के चालू बजट सत्र में एकीकरण पर विचार कर सकता है.
चुनाव आयोग ने पहले ही कह दिया है हमारे पास अभी भी चुनाव कराने का समय है लेकिन केंद्र की वजह से चुनाव में देरी हुई है. इतना ही नहीं एसईसी ने जनवरी में आरक्षित सीटों की सूची में संशोधन किया था, जिसमें अधिकांश सामान्य श्रेणी की सीटें अब अनुसूचित जाति या महिलाओं के लिए आरक्षित की गई हैं.