Delhi Crime News: दिल्ली पुलिस ने ऑटो लिफ्टर गैंग का पर्दाफाश किया है. गैंग पिछले 10 महीनों में करीब 100 लग्जरी गाड़ियों की चोरी कर चुका है. डीसीपी द्वारका अंकित सिंह ने बताया कि ऑटो लिफ्टर गैंग के तीन सदस्यों को एएटीएस टीम ने पकड़ा है. आरोपियों की पहचान रवि उर्फ महेश, मोनू उर्फ मनीष और विशाल के तौर पर हुई है. उन्होंने बताया कि गैंग के निशाने पर लग्जरी गाड़िया होती थीं. पकड़े गए आरोपियों में गैंग का सरगना रवि उर्फ महेश भी शामिल है.

कार चोरी करने के लिए गैंग आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता था. डीसीपी ने बताया कि तीनों आरोपियों से पूछताछ की गई. पूछताछ में खुलासा हुआ कि चोरी की कार पंजाब और हरियाणा के रिसीवरों को बेचते थे. गैंग का एक और सदस्य कालू अभी फरार है.

पुलिस ने पंजाब के लुधियाना और हरियाणा के सिरसा में छापेमारी कर चोरी की 5 लग्जरी कारें बरामद की है. जांच में सामने आया गैंग सुबह के समय एक्टिव होता था. पार्किंग, जिम और सुनसान इलाकों में रेकी कर कार की चोरी की जाती थी.

चीनी टूल से महंगी कारों की चोरी

आरोपियों के पास से चीनी स्कैनर, ऑन-बोर्ड डायग्नोस्टिक टूल, वॉकी-टॉकी सेट्स, जैमर, ड्रिल मशीन, मास्टर की और अन्य औजार बरामद हुए हैं. डीसीपी ने जानकारी दी कि 6 मार्च को गुप्त सूचना मिली थी. मुखबिर ने बताया था कि ऑटो लिफ्टर गैंग का सरगना रवि साथियों के साथ चोरी की क्रेटा कार में नकली नंबर प्लेट लगाकर घूम रहा है. सूचना पर एएटीएस टीम ने सुराज विहार, काकरोला में घेराबंदी की. पुलिस को देखकर आरोपी भागने की कोशिश करने लगे.

गैंग के तीन सदस्यों की गिरफ्तारी

एएटीएस टीम ने तीनों को धर दबोचा. पुलिस के मुताबिक बेहद पेशेवर तरीके से महंगी कारों पर हाथ साफ किया जाता था. वाहन चोर वॉकी-टॉकी का इस्तेमाल करते थे. चोरों को मोबाइल सर्विलांस का भी ज्ञान था. 5-7 मिनट में वारदात को अंजाम देकर चोर फरार हो जाते थे. पुलिस ने बताया कि गैंग के सभी सदस्य मैकेनिक रह चुके हैं. जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए आरोपी आपस में रिश्तेदार हैं. गैंग का सरगना रवि उर्फ महेश पहले प्रॉपर्टी डीलर था. उसने कार चोरी के अपराध में रिश्तेदारों को भी शामिल कर लिया. पुलिस चोरों के पास से बरामद हाईटेक टूल्स का विश्लेषण कर रही है. 

ये भी पढ़ें- दिल्ली में मार्च में गर्मी के तेवर! दूसरा सबसे गर्म दिन, 13 मार्च के लिए आया IMD का अपडेट