Chhattisgarh Water Crisis: छत्तीसगढ़ का अम्बिकापुर नगर निगम प्रशासन आर्थिक तंगी से जूझ रहा है. वाटर सप्लाई के लिए जनरेटर में डीजल तक नहीं डलवा पा रहा है. खामियाजा शहर की बड़ी आबादी को भुगतना पड़ रहा है. बाबूपारा, नमनाकला, ब्रम्हपारा, सत्तीपारा, केदारपुर, मायापुर, देवीगंज, दर्रीपारा सहित अन्य इलाकों में पिछले दो दिनों से पाइप लाइन से कम पानी आने की समस्या बताई जा रही है. लोगों का कहना है कि सुबह-शाम दोनों पाली में 10- 15 मिनट के लिए पानी आ रहा है.


अम्बिकापुर शहर की कैसे बुझेगी प्यास?


पीने के लिए पानी का इंतजाम हो जा रहा है, लेकिन स्नान सहित अन्य जरूरी कामों के लिए दिक्कत हो जाती है. शुरुआती गर्मी में पानी की किल्लत से लोग चिंतित हो उठे हैं. कतकालो फिल्टर प्लांट में मेनटेंस कार्य के लिए छह से सात घंटे बिजली कटौती हो रही है. डीजल के खर्च को देखते हुए जनरेटर शो पीस बनकर रह गया है. शहर की पानी टंकियां 25 फीसदी भी नहीं भर पाई थी. बाकी जलाशय के तकिया फिल्टर प्लांट से शहर में रोजाना 10 एमएलडी पानी की जरूरत पड़ती है.


पांच से छह एमएलडी शहर को मिल पा रहा है. कतकालो फिल्टर प्लांट से 13 से 14 एमएलडी पानी की आवश्यकता पड़ती है. नगर नगम ने कतकालो फिल्टर प्लांट की क्षमता बढ़ाए जाने की भी योजना बनाई है. टंकियों के नीचे लिकेज से 24 घंटे पानी व्यर्थ बहता रहता है. टंकियों में कम पानी पहुंचने का एक बड़ा कारण है. लोगों का कहना है कि नगर निगम पानी का रिसाव रोकने और मरम्मत करने में गंभीर नहीं है. बाकी जलाशय में कम जल भराव चिंता का कारण बना हुआ है.


गर्मी के शुरू में 6-7 घंटे बिजली कटौती 


नगर निगम पानी की बर्बादी रोकने में गंभीर नजर नहीं आ रहा है. नगर निगम आयुक्त प्रकाश सिंह राजपूत ने बताया कि कतकालो में 6 से 7 घंटा बिजली कटौती किए जाने के कारण दो दिन पानी की सप्लाई प्रभावित हुई है. उन्होंने बताया कि कतकालो फिल्टर प्लांट में हाई पावर जनरेटर लगाया गया है. जनरेटर में डीजल की जरूरत पड़ती है. लंबे समय तक जनरेटर चलने से नगर निगम डीजल का खर्च उठा पाने में सक्षम नहीं है. 


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