Chhattisgarh News: पश्चिम बंगाल की सीएमममता बनर्जी के 'मृत्युकुंभ' वाले बयान पर देश में सियासी संग्राम छिड़ा हुआ है. कई राजनेताओं के साथ ही धर्मगुरुओं ने भी ममता बनर्जी के इस बयान की निंदा की है. लेकिन अब ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने ममता बनर्जी के बयान का समर्थन किया है.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, "जहां मृत्यु हुई है, उसे मृत्यु कुंभ नहीं कहेंगे तो और क्या कहेंगे. पहले से ही ज्ञात था कि हमारे पास इतनी ही जगह है, इतने ही दिन हैं और इतने ही लोग बुलाने चाहिए. ऐसा न करके असंख्य लोगों को बुला लिया गया और एक तरह से उन्हें मृत्यु के मुंह में जाने के लिए विवश कर दिया गया. उनकी मृत्यु को अफवाह बताकर 24 घंटे छिपाया गया. आज तक मरे हुए लोगों का आंकड़ा साफ नहीं हो सका है. 20 से ज्यादा दिन बीत गए. अगर कोई नेता ऐसा कहता है तो उसकी बात का खंडन कैसे किया जाए."
यूपी सरकार पर उठाये सवाल
अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा, "300 किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम था, अगर ये कुप्रबंधन नहीं है तो क्या है? लोगों को अपना सामान लेकर 25-30 किलोमीटर पैदल चलना पड़ा. नहाने के लिए आने वाला पानी सीवेज के पानी में मिला हुआ है और वैज्ञानिक इसे नहाने लायक नहीं मानते, फिर भी आप करोड़ों लोगों को इसमें नहाने के लिए मजबूर कर रहे हैं. आपका काम था कि या तो नालों को कुछ दिनों के लिए बंद कर देते या फिर उन्हें डायवर्ट कर देते ताकि लोगों को नहाते वक्त शुद्ध पानी मिल सके.
144 साल की बात ही झूठ - अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती
उन्होंने आगे कहा, '' आपको 12 साल पहले पता था कि कुंभ 12 साल बाद आएगा, फिर आपने इस संबंध में कोई प्रयास क्यों नहीं किए. जब पहले से पता था कि इतने लोग आएंगे और जगह सीमित है, तो इसके लिए योजना बनानी चाहिए थी. आपने कोई योजना नहीं बनाई. झूठा प्रचार किया गया, 144 साल की बात ही झूठ है. भीड़ प्रबंधन और आतिथ्य सिद्धांतों का पालन नहीं किया गया.''
ये भी पढ़ें- छत्तीसगढ़ नगर निकाय चुनाव के बाद कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर, टीएस सिंहदेव के सामने MLA को पार्टी से निकालने की मांग