Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सूरजपुर (Surajpur) जिले में हाइटेक सुविधाओं से लैस हाइवे पेट्रोलिंग वाहन (Highway patrolling vehicles) लगातार कार्यरत हैं. इसकी टीम ने इस वर्ष अब तक सड़क हादसे (Road Accident) में घायल 16 लोगों को समय पर अस्पताल में भर्ती कराकर दूसरा जीवन देने का काम किया है. यही नहीं, टीम द्वारा हाइवे पर लगने वाले जाम को भी हटवाकर यातायात बहाल रखने का काम किया जा रहा है. सूरजपुर से गुजरने वाले एनएच-43 में सड़क हादसे में घायलों को तत्काल सहायता मुहैया कराने, यातायात जाम क्लियर कराने के साथ अवरोधकों को हटाने के मकसद से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस  हाइवे पेट्रोलिंग वाहन संचालित हैं. 


जान बचाने में उपयोगी हाईवे पेट्रोलिंग वाहन
ये वाहन खासतौर पर सूरजपुर, विश्रामपुर और जयनगर थाना क्षेत्र में 24 घंटे उपस्थित रहता है. हाइवे में संचालित हाइवे पेट्रोलिंग टीम लगातार सड़क दुर्घटनाओं में घायलों को उपचार के लिए तत्काल नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाने का काम करती आ रही है. संजीवनी 108 एंबुलेंस की तर्ज पर सड़क हादसे में घायलों को समय पर अस्पताल पहुंचाकर उनकी जान बचाने में हाईवे पेट्रोलिंग वाहन काफी उपयोगी साबित हुआ है.


Bastar News: DA और HRA की मांग को लेकर छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर, अदालतों में लगा ताला


एसपी ने क्या बताया
एसपी रामकृष्ण साहू ने बताया, हमारे लिए हर एक व्यक्ति की जान कीमती है. यातायात प्रभारी बृजकिशोर पाण्डेय की देखरेख में संचालित हाईवे पेट्रोलिंग टीम द्वारा लगातार अपने बीट में भ्रमण कर यातायात व्यवस्था बनाई जाती है. साथ ही सड़क दुर्घटना की सूचना पर फौरन मौके पर पहुंचकर घायलों को प्राथमिक उपचार देने के बाद नजदीक के स्वास्थ्य केन्द्र में पहुंचाया जाता है. इसके बाद घायल के परिजनों को सूचित भी किया जा रहा है. इस टीम द्वारा अपने कर्तव्यों के निर्वहन के साथ ही जीवन बचाने का नेक कार्य भी किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि हाईवे पेट्रोलिंग में कार्यरत अधिकारी-कर्मचारी के निष्ठापूर्वक कार्य पर उन्हें नगद पुरस्कार से पुरस्कृत किया गया है.


इन लोगों की बचाई गई जान
हाईवे पेट्रोलिंग में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा जिले सहित दूसरे प्रदेश के रहने वाले भोले सिंह, ओमकार साहू, महेश राजवाड़े, राजलाल किण्डो, इजहार, मनू, सबनम परवीन, मोनू कुमार, आसन कुमार, सोनू सिंह सहित 6 अन्य लोगों की जान बचाई गई है. सड़क दुर्घटना होने की सूचना पर कम समय में मौके पर पहुंचकर इन घायलों को प्राथमिक उपचार दिया गया. इसके बाद बेहतर उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया और जान बचाई गई.


संसाधनों से लैस हैं हाईवे पट्रोलिंग वाहन
हाइवे पेट्रोलिंग वाहन सभी अत्याधुनिक और तकनीकी संसाधनों से लैस हैं. इनमें जीपीएस सिस्टम, ब्रीथ एनालाईजर (एल्कोमीटर), स्मार्ट फोन, रिफ्लेक्टर जैकेट, रेनकोट, एलईडी बेटन, एलईडी लाईट, पी.ए. सिस्टम और सायरन, वायरलेस सेट, डिजिटल कैमरा, फर्स्ट एड बॉक्स, अग्नि शमन यंत्र, सर्ट लाईट, टूल किट (टोइंग हेतु) और स्ट्रैचर की सुविधा उपलब्ध है.


Chhattisgarh Traffic Campaign: छत्तीसगढ़ में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करना अब पड़ेगा भारी, परिवहन मंत्री ने दिए सख्त निर्देश, हुई ये कार्रवाई