पूरे देश में स्पेशल समरी रिवीजन (SIR) को लेकर राजनीति लगातार गरमाई हुई है. इसी माहौल के बीच कांग्रेस के महासचिव और छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी सचिन पायलट बस्तर पहुंचे और SIR के विरोध में एक प्रेसवार्ता की. उनके साथ नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत, पीसीसी अध्यक्ष दीपक बैज, और कई वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारी मौजूद रहे. पायलट ने वोटरलिस्ट में बड़ी गड़बड़ियों के आरोप लगाते हुए कहा कि अगर विधायक का नाम तक काट दिया जा रहा है, तो आम नागरिक कैसे सुरक्षित रहेंगे?

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विधायक का नाम ही मतदाता सूची से गायब

प्रेसवार्ता के दौरान नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत ने बेहद गंभीर मुद्दा उठाया. उन्होंने बताया कि उनके लोकसभा क्षेत्र के भरतपुर विधानसभा में 3 बार चुनाव लड़ चुके पूर्व विधायक गुलाब सिंह कमरो का नाम ही वोटरलिस्ट से गलत तरीके से हटा दिया गया.

महंत ने कहा, “जब SIR के लिए अधिकारी उनके गांव सारही पहुंचे तो उन्होंने आवेदन दिया. अगले दिन BLO ने बताया कि उनका नाम इस गांव में शामिल नहीं है. बाद में पता चला कि उनका नाम किसी और गांव में गलत तरीके से चढ़ा दिया गया है. अगर विधायक का नाम काटा जा सकता है, तो आम नागरिक, गरीब और आदिवासियों के साथ क्या नहीं हो सकता”

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वहीं सचिन पायलट ने कहा, “1952 से निर्वाचन आयोग के द्वारा SIR के नाम से प्रक्रिया की जा रही है. आज से पहले किसी आम नागरिक या किसी भी पार्टी ने इस पर सवाल नहीं उठाए, क्योंकि संविधान में लिखा है कि वोटर लिस्ट बनाना, नाम जोड़ना और चुनाव निष्पक्ष कराना निर्वाचन आयोग का काम है.”

पायलट ने आरोप लगाया कि लाखों लोगों के नाम वोटरलिस्ट से काटे गए और “वोटों की चोरी की गई”. उनका कहना था कि राहुल गांधी कई बार प्रमाण सहित मामला उठा चुके हैं, लेकिन निर्वाचन आयोग ने जांच तक की जहमत नहीं उठाई.

सवाल निर्वाचन आयोग से, जवाब भाजपा देती है- पायलट

सचिन पायलट ने कहा, “निर्वाचन आयोग न तो वोटर लिस्ट देता है और न ही आरोपों की जांच कराता है. सवाल निर्वाचन आयोग से किए जाते हैं, लेकिन जवाब भाजपा के प्रवक्ता देते हैं. वोटिंग का वीडियो 45 दिन बाद नष्ट कर देना उनकी निष्पक्षता पर सवाल खड़े करता है.”

उन्होंने कहा कि अगर कोई 18 वर्ष का है, भारत का नागरिक है, तो उसे वोट का अधिकार नहीं छीन सकते. साथ ही उन्होंने घुसपैठियों पर भी सख्त कार्रवाई का पक्ष रखा. लेकिन पिछले 11 सालों में कितने घुसपैठियों को बाहर निकाला गया? इसका आंकड़ा भाजपा जारी क्यों नहीं करती?

कांग्रेस चलाएगी जन-जागरूकता अभियान

पायलट ने बताया कि SIR के बहाने गरीब, आदिवासी और अशिक्षित लोगों को परेशान किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि जो लोग धान लगाकर किसी तरह पेट भरते हैं, उन्हें कहां समय है कि सारे दस्तावेज जुटाएं और साबित करें कि वे भारतीय हैं? कई राज्यों में BLO आत्महत्या कर रहे हैं, ऐसा क्या दबाव उनपर बनाया जा रहा है?

उनका कहना था कि पहले BLO कौन है, इससे ज्यादा फर्क नहीं पड़ता था क्योंकि लोगों को निर्वाचन आयोग पर भरोसा था. लेकिन अब वह भरोसा कम हो रहा है. इसीलिए कांग्रेस ने 4 दिसंबर तक अभियान चलाकर लोगों को जागरूक करने का फैसला किया है.

भारत के चुनाव पर संदेह अच्छी बात नहीं- पायलट

सचिन पायलट ने कहा, “चुनाव पाकिस्तान, बांग्लादेश, चीन और रूस में भी होते हैं. लेकिन अगर भारत के चुनाव पर ही संदेह होने लगे, तो यह भविष्य के लिए अच्छे संकेत नहीं है.”

हिड़मा एनकाउंटर पर बोले पायलट

नक्सलियों के टॉप कमांडर हिड़मा के मारे जाने और इस मुद्दे पर कांग्रेस के रुख को लेकर पूछे गए सवाल पर पायलट ने कहा, “हमारे नेताओं ने जान गंवाना सही समझा, लेकिन आतंकवाद के सामने सिर नहीं झुकाया. नक्सलवाद, आतंकवाद और अलगाववाद से मुकाबला करना और जीतना कांग्रेस ने हमेशा किया है. जो व्यक्ति राष्ट्रहित के खिलाफ जाएगा, कानून तोड़ेगा, उस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए."

उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के कारण हमने एक पूरी पीढ़ी खो दी, तो कांग्रेस किसी हिड़मा का समर्थन कैसे कर सकती है? उन्होंने साफ कहा कि देश और राष्ट्र सुरक्षा सबसे ऊपर है.