Chhattisgarh News: जिस महादेव एप सट्टा (Mahadev Betting App) घोटाले मामले ने छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की सियासत के ताप को बढ़ा दिया था. अब उस मामले में बड़ा अपडेट आया है. महादेव सट्टा ऐप घोटाले के आरोपी असीम दास (Asim Das) के पिता सुशील दास जो दो दिनों से लापता थे. छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में 5 दिसंबर को संदिग्ध हालात में उनकी लाश कुएं से बरामद की. हालांकि, सुशील दास की मौत के पीछे की असल वजह अभी पता नहीं चल पाई है. पुलिस ने उनके शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और इस मामले में जांच शुरू कर दी है.


मृतक सुशील दास दुर्ग स्थित उमा इंजीनियरिंग नाम की फैक्ट्री में पिछले लगभग पांच साल से कारीगर और चौकीदार की नौकरी करते थे. वह फार्म हॉउस में बने कमरे में ही रहते थे. फैक्ट्री के मालिक रूपेश गौतम ने एबीपी न्यूज़ को बताया कि सुशील दास बीते 2 दिसंबर से लापता थे. वे अपने बेटे के गिरफ्तार होने के बाद से काफी परेशान रहा करते थे. वो अक्सर शनिवार को अपने भिलाई स्थित घर जाया करते थे. बीते शनिवार को रात के 11 बजे वो फैक्ट्री से निकले थे लेकिन वापस नहीं आए. 


पुलिस ने दो एंगलों से शुरू की जांच
स्थानीय पुलिस के मुताबिक मंगलवार की सुबह जिले के अंडा थाना क्षेत्र के अंतर्गत अछोटी गांव में सुशील दास का शव बरामद किया है. गांव के कुएं में सुशील दास का तैरता शव मिला था.एडिशनल एसपी ग्रामीण अनंत कुमार साहू का कहना है कि परिजनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं. परिजनों की तरफ से किसी तरह का फाउल प्ले की आशंका नहीं जताई गई है. परिजनों और फैक्ट्री में कार्यरत कर्मचारियों ने बताया कि मृतक शराब के नशे का आदि था.  प्रारंभिक जांच में भी शरीर में किसी तरह के चोट के निशान नहीं मिले हैं. हालांकि पुलिस सुसाइडल और एक्सीडेंटल केस की दिशा में जांच कर रही है. जांच प्रक्रिया में जो भी तथ्य सामने आएंगे उसके आधार पर जांच की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा.


पीएम रिपोर्ट आने के बाद बदल सकती है जांच की दिशा
आपको बता दें कि ED ने 3 नवंबर को असीम दास को रायपुर से गिरफ्तार किया था. जांच एजेंसी ने उसके पास से 5.39 करोड़ रुपये भी जब्त किए थे. असीम दास अभी जेल में बंद है. वहीं उनके पिता का संदिग्ध हालत में लाश मिलने से एक बार फिर छत्तीसगढ़ में महादेव सट्टा एप की फिर एक बार चर्चा होने लगी है. फिलहाल पुलिस असीम दास के पिता मृतक सुशील दास के मौत का रहस्य जानने में जुटी हुई है. पीएम रिपोर्ट की पूरी जानकारी आने के बाद पुलिस किसी सही मुकाम पर पहुंच सकती है. 


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