Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ में समय-समय पर शराबबंदी की मांग उठती रही है. इसे लेकर राजनीतिक दलों के अलावा सामाजिक संगठन भी मुखर होते रहे हैं. इसके विपरीत शराब के शौकिन लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इस बात का अंदाजा आबकारी विभाग को देशी विदेशी शराब की बिक्री से मिलने वाली राशि से लगाया जा सकता है. यदि चालू वित्तीय वर्ष की बात करें तो महज आठ माह के भीतर 2 अरब 33 करोड़ 93 लाख से अधिक की शराब की बिक्री हो चुकी हैं. यह राशि बीते साल की तुलना में 18 फीसदी अधिक है.


कोरबा में बढ़ रही है शराब की बिक्री
कोरबा जिले में आबकारी विभाग की सहूलियत के लिहाज से सात वृत्त बनाए गए हैं. इन सातों वृत्त में कुल 37 देशी विदेशी मदिरा दुकानें संचालित हैं. जिसमें 17 विदेशी, 11 देशी, 8 कंपोजिट और एक प्रीमियम दुकानें शामिल हैं. इन दुकानों में खपत के अनुरूप मुख्यालय से बिक्री लक्ष्य प्रदान किया जाता है. शायद ही कोई ऐसा साल हो, जब विभाग ने मुख्यालय से मिले लक्ष्य को प्राप्त न किया हो. इसके पीछे कोरबा में शराब की बढ़ती बिक्री को मांग को माना जाता है. 


नवंबर तक 2 अरब 33 करोड़ की बिक चुकी शराब
दरअसल, औद्योगिक जिला होने के कारण कोरबा में स्लम बस्तियों की भरमार है. यहां औद्योगिक संयंत्रों की आवासीय कॉलोनी स्थित हैं. इसके अलावा पॉश कालोनियां हैं, जहां हर वर्ग के लोग निवास करते हैं. इनमें मदिरा प्रेमी भी शामिल हैं, जो हर रोज शराब का सेवन करते हैं. प्रतिदिन दुकान खुलने के साथ ही शराब खरीदी का दौर शुरू होता है, जो बंद होने तक जारी रहता है.


यदि चालू वित्तीय वर्ष की बात करें तो विभाग मुख्यालय से मिले लक्ष्य के करीब पहुंच चुका है. इस बार शराब बिक्री का प्रतिशत भी बीते साल की तुलना में अधिक है. इसका आकलन विभाग से मिले आंकड़े से किया जा सकता है. आबकारी विभाग ने अप्रैल से नवंबर 2022 तक कुल 1 अरब 97 लाख 67 हजार से अधिक की शराब बिक्री की थी, जबकि साल 2023 मे नवंबर माह तक मदिरा प्रेमी 2 अरब 33 करोड़ 93 लाख 27 हजार 580 रूपए की देशी विदेशी शराब गटक चुके हैं. इस लिहाज से देखें तो बीते वर्ष की अपेक्षा चालू वित्तीय वर्ष में 18 फीसदी अधिक शराब की बिक्री हुई है.


कुल राजस्व आय में भी इजाफा 
सरकार के लिए आबकारी विभाग राजस्व आय का प्रमुख स्त्रोत है. यह विभाग ही प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से शराब की बिक्री करता है. इसके अलावा कई व्यवसाय हैं, जिसके लिए विभाग से अनुमति जरूरी है. इसके लिए विभाग में भारी भरकम राशि बतौर शुल्क जमा की जाती है. यदि शराब बिक्री सहित विभिन्न स्त्रोतों से मिलने वाले राजस्व की बात करें तो लगातार इजाफा हुआ है. जहां नवंबर 2022 में विभाग को 11 करोड़ 27 लाख से अधिक की प्राप्ति हुई थी. यह आंकड़ा वर्ष 2023 के नवंबर महिने में 13 करोड़ 52 लाख से अधिक है.


आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब सहित अन्य मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाने की भी कार्रवाई की जाती है. संयुक्त टीम विशेष अभियान चलाते हुए नशे के कारोबारियों पर शिकंजा भी कसती है लेकिन इसके बावजूद वो अपनी हरकतों से बाज नहीं आते. वो चोरी छिपे खराब सहित अन्य मादक पदार्थों की बिक्री में कामयाब हो जाते हैं. 


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