Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के धमतरी (Dhamtari) जिले में एक विवाद सामने आया है. जिले के एक प्राइवेट स्कूल में अर्धवार्षिक परीक्षा पेपर में पूछे गए सवाल पर हिंदू, बौद्ध और महावीर समाज ने आपत्ति जताई है. पेपर में आर्य, बौद्ध और महावीर धर्म को लेकर आपत्तिजनक सवाल पूछे गए हैं जिसपर विवाद गहरा गया है. तीनों समाज के प्रमुख लोगों ने थाने में शिकायत कर दी है और स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग की गई है.
प्रश्न पत्र में आर्य को घुमक्कड़ बतायादरअसल, जिले के सेंट मेरी स्कूल की चूक से सामाजिक असंतोष पैदा हो गया है. स्कूल प्रबंधन ने बीते मंगलवार को 6वीं क्लास का हिंदी पेपर लिया है. इसमें प्रश्न क्रमांक 17 एक अपठित गद्यांश दिया गया था जिसपर विवाद खड़ा हो गया है. प्रश्न में आर्य को घुमक्कड़ बताया गया है. अगर आर्य एक जगह ठहरे होते तो भारत में उनके वंशज नहीं होते. इसी तरह भगवान बौद्ध और महावीर को लेकर भी प्रश्न पत्र में जिक्र किया गया है. इसका समाज प्रमुखों ने कड़ी आपत्ति जताई है.
इस प्रश्न को लेकर हुआ विवादआदिम आर्य घुमक्कड़ ही थे. वे यहां- वहां घूमते ही रहते थे. घूमते-भटकते ही वे भारत पहुंचे थे. यदि घुमक्कड़ी का बाना उन्होंने धारण न किया होता, यदि वे एक स्थान पर ही रहते तो आज भारत में उनके वंशज न होते. वहीं भगवान बुद्ध को भी घुमक्कड़ कहा गया. अगर भगवान बुद्ध घुमक्कड़ न होते तो आज भारत में उनके वंशज न होते. भगवान बुद्ध घुमक्कड़ थे. भगवान महावीर घुमक्कड़ थे. वर्षा ऋतु के कुछ महीनों को छोड़कर एक स्थान में रहना बुद्ध के वश में नही था. 35 से 80 वर्ष की आयु तक जब उनकी मृत्यु हुई. 45 वर्ष तक वे निरंतर घूमते ही रहे.
हिंदू समाज का स्कूल की मान्यता रद्द करने की मांग पूछे गए प्रश्न की जानकारी हिंदू समाज को मिली तो जिले में गहरी नाराजगी पनप उठी. सर्व हिंदू समाज की बैठक हुई. इसके बाद स्कूल के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के लिए कोतवाली में शिकायत की गई. इसमें समाज के प्रमुखों ने स्कूल की मान्यता रद्द करने के साथ ही इस गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार स्कूल स्टाफ पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार करने का आवेदन दिया है. सर्व हिंदू समाज के अध्यक्ष दीपक लखोटिया ने कहा कि ये घटना बहुत निंदनीय है. स्कूल में आने वाली पीढ़ी को इतिहास बताते है. उनका बौद्धिक विकास करते है. इस स्कूल में हमारे बच्चो को हिंदू समाज, बौद्ध और महावीर समाज के प्रति अनर्गल टिप्पणी की गई है. इसके खिलाफ सर्व हिंदू समाज एकजुट होकर थाने में शिकायत की गई है.
स्कूल प्रबंधन ने मानी गलती विवाद गहराते देख स्कूल प्रबंधन ने प्रश्न पत्र बनाने वाले टीचर से माफीनामा लिखवाया है. सभी समाज प्रमुखों को पत्र लिखा गया है. स्कूल की तरफ से मैनेजर फादर जॉनी ने बताया कि जिस टीचर ने ये गलती की है उससे माफी मंगवा ली गई है. ये अपठित गद्यांश अजय माला प्रकाशन के शिक्षक पात्रता परीक्षा की किताब से लिया गया है.टीचर का धार्मिक ठेस पहुंचाने का उद्देश्य नहीं था. उससे गलती हुई है.
जांच के बाद होगी एफआईआर दर्जइस मामले में समाज प्रमुखों की तरफ से कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज की गई है. वहीं अबतक पुलिस ने एफआईआर दर्ज नहीं किया है. इस मामले में जांच के बाद ही वैधानिक कार्यवाही की जाएगी. धमतरी डीएसपी सारिका वैद ने बताया कि शिकायत मिली है विवेचना के बाद उचित धाराओं के तहत अपराध कायम किया जाएगा.