Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सल मोर्चे पर तैनात जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली आईईडी (IED) बम का सहारा लेते है. वहीं नक्सलियों द्वारा प्लांट किये गए इस आईईडी से जवानों और आम लोगों को भारी नुकसान भी पहुंचा है. नक्सली कभी पाइप बम तो कभी टिफिन बम और कभी स्टील कंटेनर में आईईडी लगाकर जवानों को अपना निशाना बनाते हैं. वहीं पिछले कुछ सालों से इन कैंपों में बम निरोधक दस्ता (BDS) की तैनाती के बाद नक्सलियों द्वारा प्लांट किये  इन आईईडी को डिफ्यूज करने में टीम को काफी सफलता मिल रही है.

नक्सलियों ने दो बम लगा रखा थादरअसल सोमवार को भी दंतेवाड़ा जिले के गीदम इलाके में तैनात सीआरपीएफ की 231 बटालियन के जवानों ने 10-10 किलो के दो आईईडी को बरामद कर डिफ्यूज करने में सफलता हासिल की है. रविवार को रोड क्लियरेंस के लिए गीदम से 231 बटालियन के जवानों की टीम निकली हुई थी. इसी दौरान कमारगुड़ा कैम्प से जगरगुंडा की ओर जाने वाले रास्ते में नक्सलियों ने दो बम लगा रखा था. जवानों की नजर एक तार पर पड़ी जिसके बाद साथ में मौजूद बीडीएस (BDS) की टीम ने तुरंत दोनों आईईडी को ढूंढ निकाला.

अब तक 128 से ज्यादा जिंदा आईईडी बरामद जवानों ने बताया कि नक्सलियों ने 10 किलो का पाइप बम और 10 किलो का स्टील कंटेनर बम लगा रखा था. बीडीएस (BDS) की टीम ने बाकायदा इस बम को सावधानी पूर्वक बरामद कर इसे डिफ्यूज कर दिया. वहीं बीडीएस की टीम ने इसका लाइव वीडियो भी बनाया है. सीआरपीएफ (CRPF-231) बटालियन के कमांडेड ने बताया कि अब तक सीआरपीएफ की बीडीएस की टीम ने अरनपुर और जगरगुंडा मार्ग पर 128 से ज्यादा जिंदा आईईडी बरामद किया है.

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