Dantewada News: प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को अपने बस्तर प्रवास के दौरान छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र में इंद्रावती नदी पर बने नए पुल का लोकापर्ण किया है. लगभग 40 करोड़ रुपए की लागत से 712 मीटर लंबे पुल से अब अबूझमाड़ के ग्रामीण सीधे दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से जुड़ पाएंगे. लोकार्पण के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आदिवासियों द्वारा निर्मित मांदर बजाकर अबूझमाड़ के ग्रामीणों का उत्साहवर्धन किया और उनकी मौजूदगी में इस नए पुल का लोकार्पण किया.
तमाम अधिकारी रहे मौजूद
इस मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन के तमाम बड़े अधिकारी भी मौजूद रहे. दरअसल आजादी के 75 वर्ष बाद सीधे अबूझमाड़ को दंतेवाड़ा मुख्यालय से जोड़ने के लिए इस पुल का निर्माण किया गया है. इस पुल के माध्यम से अब तक विकास से अछूते अबूझमाड़ के ग्रामीणों का विकास हो सकेगा, साथ ही लगभग 11 हजार की आबादी को सरकार की सभी योजनाओं का लाभ भी मिल सकेगा.
अब होगा अबूझमाड़ का विकास
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ का अबूझमाड़ इलाका पिछले लंबे समय से नक्सलियों का दंश झेल रहा है. चाह कर भी इस इलाके में विकास कार्य कर पाना संभव नहीं था. लेकिन इस सोच को बदलने के लिए और अबूझमाड़ के ग्रामीणों को सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिए डेढ़ वर्ष पूर्व छिन्दनार में इंद्रावती नदी पर नए पुल का निर्माण कार्य शुरू किया गया. अब यह पुल पूरी तरह से बनकर तैयार है.
अबूझमाड़ के ग्रामीणों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अबूझमाड़ में रह रहे 11 हजार ग्रामीण सीधे शहर से जुड़ पाएंगे और इस पुल के जरिए उनके गांव में विकास पहुंचेगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि अबूझमाड़ इलाके में विकास कार्य के लिए लगभग 20 करोड़ की घोषणा उन्होंने की है और आने वाले समय में ग्रामीणों की सुविधा को देखते हुए इलाके में लगातार विकास कार्य किए जाएंगे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि बीजापुर, दंतेवाड़ा और नारायणपुर से गुजरने वाली इंद्रावती नदी में 7 नए पुल प्रस्तावित हैं. इनमें एक पूरी तरह से बनकर तैयार हो चुका है. वहीं एक पुल निर्माणाधीन है. जल्द ही अन्य पांच पुलों का भी निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा.
मांदर बजाकर किया उत्साहवर्धन
इधर मंगलवार को पुल के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अलग अंदाज में नजर आए. अबूझमाड़ के ग्रामीणों द्वारा बनाए गए मांदर (ढोल) बजाकर मुख्यमंत्री ने अबूझमाड़ के ग्रामीणों का उत्साहवर्धन किया. इसके अलावा उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि अब उनके गांव में सभी विकास कार्य हो सकेंगे. गौरतलब है कि इंद्रावती नदी में पुल नहीं होने की वजह से अबूझमाड़ के ग्रामीणों को नाव में बैठकर नदी पार करना पड़ता था. इस दौरान कई ग्रामीण हादसे के शिकार भी हुए हैं. यही नहीं बरसात के मौसम में ग्रामीण पूरी तरह से शहरी संपर्क से टूट जाते थे. अब इस पुल के माध्यम से ग्रामीण आसानी से दंतेवाड़ा शहर आ और जा सकेंगे और अबूझमाड़ के गांवों तक प्रशासन की टीम भी पहुंच सकेगी.
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