Chhattisgarh Naxalites Surrender: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के नक्सल प्रभावित सुकमा (Sukma) जिले में 2 इनामी नक्सलियों (Naxalites) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण (Surrender) कर दिया है. सुकमा जिले के पुलिस अधीक्षक सुनील शर्मा (Sunil Sharma) ने बताया कि जिले में चल रहे पूना नर्कोम (नई सुबह, नई शुरुआत) अभियान से प्रभावित होकर और माओवाद की खोखली विचारधारा से निराश होकर नक्सलियों मड़कम जितेंद्र (Madkam Jitendra) और गड़पा नागेश (Gadpa Nagesh) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया है. शर्मा ने बताया कि कि नक्सली मड़कम जितेंद्र प्लाटून नंबर 30 का सदस्य है और उस पर 2 लाख रुपये का इनाम है, वहीं गड़पा नागेश जिले के बोड़केल पंचायत में दंडकारण्य अदिवासी किसान मंजदूर संगठन का अध्यक्ष है, उसके ऊपर एक लाख रुपये का इनाम है.
पुनर्वास नीति के तहत दी जाएंगी सुविधाएं पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नक्सलियों के खिलाफ पुलिस दल पर हमला, ग्रामीण की हत्या और बारूदी सुरंग लगाने समेत अन्य नक्सली घटनाओं में शामिल होने का आरोप है. शर्मा ने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सलियों को राज्य शासन के पुनर्वास नीति के तहत सहायता राशि और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएगी.
संविधान पर विश्वास जताएं नक्सली इस बीच, नक्सलियों की तरफ से पर्चा फेंककर सरकार से बातचीत करने के सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने दो टूक कहा है कि क्सली पहले संविधान पर विश्वास जताएं, फिर उनसे बातचीत होगी. इस दौरान उन्होंने अवैध उत्खनन पर भी कड़ाई से कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. सीएम ने कहा कि हमारी योजनाओं ने आदिवासियों का दिल जीता है, इससे नक्सली अब सिमट कर रह गए हैं. अब कैंप बफर एरिया की जगह कोर एरिया में खुल रहे हैं. अब नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोग मांग कर रहे हैं कि सुरक्षा कैंप खुलना चाहिए.
ये भी पढ़ें:
Bastar News: मंत्री कवासी लखमा को नक्सलियों ने दी चेतावनी, कहा- 'सुधर जाएं नहीं तो होगा बहिष्कार'