छत्तीसगढ़ के बस्तर में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश लोगों के लिए आफत बनकर सामने आई है. इस मूसलाधार बारिश ने एक तरफ जहां कई लोगों के घरों को नुकसान पहुंचाया है तो दूसरी तरफ किसानों के फसल भी पूरी तरह से बर्बाद कर दिए. बस्तर जिले में ही सब्जी उत्पादक किसानों की 40 प्रतिशत फसल को नुकसान पहुंचा है और किसानों के पूरी मेहनत पानी मे मिल गई है.
आलम यह है कि बारिश थमे 2 दिन बीते हैं, लेकिन अभी भी इन सब्जी के फसलों में लबालब पानी भरा हुआ है ,जिस वजह से अब यह फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं. किसानों का कहना है कि 10 सालों के बाद इस साल पहली बार इस तरह का बारिश का कहर देखने को मिला, जिस वजह से उनके सब्जी के फसलों को इस तरह का नुकसान पहुंचा है, और उन्हें लाखों रुपए का नुकसान हुआ है.
नदी तटीय इलाकों में लगाये गए फसलों को पहुंचा भारी नुकसान
दरअसल बस्तर में लगातार बारिश से उनकी सब्जियों की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई है, लगातार मूसलाधार बारिश की वजह से नदी तट के इलाकों में इस बारिश के पानी ने कई घरों को तबाह कर दिया, साथ ही जितने भी सब्जी उत्पादक के किसान हैं, उन्होंने भी इस मौसम में अपने खेतों में हरी सब्जियां लगाई थी, और इंद्रावती के बैक वाटर की वजह से उनके पूरे खेत बारिश के पानी में डूब गए जिस वजह से फसल भी पूरी तरह से बर्बाद हो गए, इधर बारिश की वजह से सब्जी के फसलों पर कीट लगना शुरू हो गए है,
जिसके चलते आने वाले दिनों में सब्जियों के फल टूटकर गिरने की पूरी आशंका बनी हुई है, जिसको लेकर किसान भारी चिंतित है, खासकर बैंगन, भिंडी, लौकी ,कद्दू, करेला, बरबट्टी, मिर्च और टमाटर शामिल है, किसानों ने बताया कि लगातार बारिश उसके बाद पिछले 2 दिनों से धूप की वजह से इन सब्जियों के बेल सूख रही है, और बारिश के चलते सब्जियों में 40% नुकसान हुआ है ,और बचे हुए सब्जी के फसलों को किसान किट से बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं, लेकिन लगभग सब्जी के फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं..
मौसम खुलने के बाद किया जाएगा आंकलन
इस मामले में बस्तर कलेक्टर चंदन कुमार का कहना है कि पिछले कुछ सालों के मुकाबले इस बार भारी बारिश होने की वजह से इससे काफी तबाही देखी गई है और किसानों की फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है, ऐसे में बारिश थमने के बाद और मौसम खुलने के बाद किसानों की फसलों का आंकलन किया जाएगा और उसके बाद इन्हें मुआवजा देने का भी प्रावधान है, लेकिन जिन किसानों ने कड़ी मेहनत कर सब्जी के फसल लगाए थे, उन्हें काफी नुकसान इस बारिश ने पहुंचाया है.
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