Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए बस्तर (Bastar) में भी जोर-शोर से तैयारियां शुरू हो गई हैं. बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) दोनों ही राष्ट्रीय दल के नेता अपने-अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने बस्तर संभाग का दौरा कर रहे हैं. इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के कांग्रेस प्रभारी पी.एल पुनिया भी अपने तीन दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंचे हुए हैं.

जगदलपुर (Jagdalpur) पहुंचे पीएल पुनिया (PL Punia) ने शहर के राजीव भवन में कार्यकर्ताओं की बैठक लेने के बाद शनिवार सुबह दंतेवाड़ा जिले में सुकमा, बीजापुर और दंतेवाड़ा विधानसभा के कार्यकर्ताओं की बैठक ली. दौरे पर पीएल पुनिया के साथ पीसीसी अध्यक्ष मोहन मरकाम, नगरी निकाय मंत्री शिव डहरिया और कांग्रेस के प्रदेश स्तर के नेता भी मौजूद हैं. एबीपी न्यूज़ ने विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर पीएल पुनिया से खास बातचीत की...

कांग्रेस से आदिवासियों की कोई नाराजगी नहीं बस्तर में पिछले कुछ महीनों से भूपेश सरकार से आदिवासियों की नाराजगी के सवाल को लेकर पीएल पुनिया ने कहा कि आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी के नेता प्रदेश की अन्य जगहों के साथ बस्तर के आदिवासियों को भी भड़काने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि आरक्षण में कटौती बीजेपी के शासनकाल में की गई लापरवाही की वजह से हुई है. पुनिया ने कहा कि आरक्षण आदिवासियों का अधिकार है, ऐसे में प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूरी कोशिश कर रहे हैं कि जल्द से जल्द आदिवासियों को आरक्षण का पूरा अधिकार मिले.

उन्होंने कहा कि भूपेश बघेल ने एसटी-एससी के वर्गों से इसका वादा भी किया है और वे वादा जरूर पूरा करेंगे. इसके अलावा नए पुलिस कैंप खुलने और कुछ जगहों पर खनन को लेकर आदिवासियों की नाराजगी पर पीएल पुनिया ने कहा कि खनन को लेकर आदिवासियों की नाराजगी नहीं है, हालांकि कुछ ग्रामीणों को भटकाने की  कोशिश जरूर की जा रही है, लेकिन रावघाट जैसी परियोजना से इसके आस-पास के क्षेत्रों का विकास होगा और वहां के ग्रामीणों को भी रोजगार मिलेगा. वहीं उन्होंने नए पुलिस कैंप के विरोध को लेकर कहा कि बस्तर पुलिस नक़्सलवाद के खिलाफ बेहतर तरीके से काम कर रही है, ऐसे में कुछ जगह पर विरोध का जरूर सामना करना पड़ रहा है, लेकिन कैम्प खुलने के बाद ग्रामीण समझ जाएंगे कि उनके हितों के लिए कैंप को खोला गया है..

2 साल के गड्ढे को भरने का प्रयास कर रहे कांग्रेस विधायकवहीं बस्तर संभाग की 12 विधानसभा सीटों में से कुछ सीटों में सिटिंग विधायकों की उदासिनता के प्रति जनता का आक्रोश देखे जाने और सिटिंग एमएलए की आगामी चुनाव में टिकट काटे जाने और नए चेहरों को इस चुनाव में मौका मिलने के सवाल पर पीएल पुनिया ने कहा कि कोविड काल की वजह से 2 साल बर्बाद हुए हैं, ऐसे में कुछ जगहों पर विधायकों के खिलाफ जनता की नाराजगी जरूर दिखाई दी है, लेकिन विधायक 2 साल के गड्ढे को भरने की पूरी कोशिश कर रहे हैं और एक बार फिर से उन्हें जनता का साथ मिल रहा है, ऐसे में विधायकों से स्थानीय लोगों की नाराजगी अब नहीं दिख रही है. 

वहीं, सिटिंग एमएलए की अगले चुनाव में टिकट कटने को लेकर पीएल पुनिया ने कहा कि नए चेहरों को मौका मिलने और सिटिंग एमएलए के टिकट कटने को लेकर कांग्रेस आलाकमान और कांग्रेस के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे फैसला ले सकते हैं. ऐसे में उनके द्वारा कुछ कहना जल्दबाजी होगी, लेकिन अगले चुनाव में जरूर चेहरे बदल सकते हैं...

पार्टी के अंदर सब ठीक, कोई नाराजगी नहींइसके अलावा बस्तर की 12 विधानसभा सीटों में कांग्रेस खेमे में आपसी गुटबाजी को लेकर और अलग-अलग खेमे में बंटे होने के सवाल पर  पी.एल पुनिया ने कहा कि आपस में  कुछ लोगों की नाराजगी हो सकती है, लेकिन पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है. उन्होंने कहा कि बीते 4 साल के सरकार के कार्यकाल में कहीं भी गुटबाजी जैसे हालात नहीं देखे गए हैं और किसी जिले या किसी विधानसभा में इस तरह के गुटबाजी के माहौल देखे जाते हैं  तो बकायदा स्थानीय स्तर के नेता उस गुटबाजी को खत्म करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन कांग्रेस एक है और कांग्रेस के नेता भी एक हैं, ऐसे में आने वाले चुनाव में इससे किसी तरह का कोई फर्क नहीं पड़ेगा, और कांग्रेसी एकजुटता के साथ एक बार फिर से छत्तीसगढ़ में विधानसभा और लोक सभा चुनाव जीतेगी..

बचे कार्यकाल में पूरे होंगे सभी वादेवहीं छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार के 4 साल पूरे होने के बाद भी बस्तर में बेरोजगारी भत्ता और आदिवासियों के उत्थान के लिए कोई खास काम नहीं किए जाने के सवाल पर पीएल पुनिया ने कहा कि सरकार के अभी 4 साल पूरे हुए हैं और अभी भी 1 साल बाकी हैं. ऐसे में इस एक साल में कांग्रेस ने चुनाव से पहले जो-जो वायदे किए हैं वह पूरे किए जाएंगे. बेरोजगारी भत्ता से लेकर आदिवासियों के उत्थान के लिए जो योजनाएं बनाई गई हैं वह जरूर धरातल पर नजर आएंगी.  उन्होंने कहा कि एक साल में बस्तर के आदिवासियों के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जिलों के आदिवासियों के उत्थान के लिए भी सरकार पहले से ही कई योजनाएं चला रही हैं और आगे भी एक साल में आदिवासियों के लिए बेहतर काम किए जाएंगे. साथ ही घोषणा पत्र में किए गए सभी वादों को पूरा कर लिया जाएगा.

बस्तर की कुछ सीटों पर कमजोर दिख रही कांग्रेस

बस्तर की 12 विधानसभा सीटों में से कुछ पर कांग्रेस के कमजोर दिखने के सवाल पर पीएल पुनिया ने कहा कि वे बस्तर दौरे पर इसलिए आये हैं कि सभी कार्यकर्ताओं को एकजुट कर सकें और अभी से उनमें चुनावी बिगुल फूंक सकें. कहीं किसी तरह की अगर कोई नाराजगी भी है तो उसे दूर किया जा रहा है और बस्तर की 12 विधानसभा सीटों में कोई भी सीट कांग्रेस के लिए कमजोर ना हो इसकी पूरी कोशिश की जा रही है. पुनिया ने कहा कि जिन विधानसभा इलाकों में किसी तरह की कोई नाराजगी बनी है तो उसे भी दूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि बस्तर कांग्रेस कमेटी के साथ ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी भी उस जगह को फोकस किए हुए हैं और अपनी पूरी ताकत झोंक रहे हैं..

अगले चरण में 6 अन्य विधानसभा का दौरा करेंगे  पी.एल पुनिया तीन दिवसीय प्रवास पर 6 विधानसभा सीटों के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से मुलाकात करने के बाद अगले चरण में बस्तर संभाग की अन्य 6 विधानसभा सीटों के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे. वहीं पीएल पुनिया की इस बैठक को देखते हुए बस्तर कांग्रेस कमेटी ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. 

यह भी पढ़ें:

Raipur News: सीएम बघेल के आदेश पर लंबे समय से अटकी आयोग मंडलों की नियुक्तियां जारी, अल्ताफ अहमद बने मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष