Chhattisgarh Election 2023: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में विधानसभा चुनाव (Assembly Election)का समय जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है. सियासी हमले तेज होते जा रहे हैं. एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सीएम भूपेश बघेल पर हमला बोला है. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव (Arun Sao) ने सीएम भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel)  पर वादा खिलाफी का आऱोप लगाया है. अरुण साव ने कहा कि, भूपेश बघेल सरकार ने कोई वादा पूरा नहीं किया है.


सरकार पर लगाया वादा खिलाफी का आऱोप
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने आरोप लगाते हुए कहा कि, भूपेश सरकार ने ओबीसी के साथ धोखा किया है. जातीय जनगणना पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि, सरकार ओबीसी वर्ग को लुभाने का प्रयास कर रही है. लेकिन वे इसमे कामयाब नहीं हो पाएगी. हालांकि उन्होंने यह साफ नहीं किया कि प्रदेश जाति जनगणना को लेकर उनका क्या स्टैंड है.


प्रियंका ने किया जातीय जनगणना कराने का वादा
प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi Vadra) 6 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ के कांकेर दौरे पर थी. इस दौरान उन्होंने सभा को संबोधितक करते हुए कहा कि, अगर छत्तीसगढ़ फिर से कांग्रेस की सरकार बनी तो बिहार की तर्ज पर यहां भी जातीय जनगणना (Caste Survey) कराई जाएगी. इस दौरान उन्होंने केंद्र की बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, केंद्र की बीजेपी नेतृत्व वाली सरकार अमीर लोगों के लिए है, उसे गरीबों औऱ मध्यम वर्ग की कोई चिंता नहीं है.


ओबीसी को साधने में जुटी कांग्रेस
आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ आदिवासी बहुल राज्य है. 2011 के जनगणना के अनुसार 30 प्रतिशत एसटी, 12 प्रतिशत एससी जनसंख्या है. वहीं इसी साल हुए सर्वे के अनुसार ओबीसी की जनसंख्या 42 प्रतिशत बताई जा रही है. यानी छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा ओबीसी जनसंख्या है. लेकिन कांग्रेस सरकार ने अपने कैबिनेट में सबसे ज्यादा एसटी वर्ग के नेताओं को शामिल किया गया है. हालाकि राज्य के मुख्यमंत्री ओबीसी वर्ग से आते है. यानी राज्य में एससी - एसटी और ओबीसी वर्ग से 13 में से 8 मंत्री है.