Chhattisgarh Election 2023 News: छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) के लिए तारीखों का ऐलान हो गया है. देश के पांच राज्यों में केवल छत्तीसगढ़ में ही दो चरणों में मतदान हो रहा है. पहले चरण में प्रदेश के 20 विधानसभा सीटों में 7 नवंबर को मतदान होना है.
40 साल में पहली बार करेंगे मताधिकार का प्रयोगइन 20 सीटों में 12 सीटें बस्तर संभाग की हैं. जो अति नक्सल प्रभावित क्षेत्र हैं, यहां शांतिपूर्ण ढंग से चुनाव संपन्न कराना चुनाव आयोग के लिए काफी बड़ी चुनौती होती है. यही वजह है कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान हजारों की संख्या में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को यहां तैनात किया जाता है. वह इस बार चार दशक में पहली बार ऐसा हो रहा है कि संभाग के तीन जिलों में कल 126 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं जहां पहली बार ग्रामीण लोकतंत्र के महापर्व में शामिल होंगे और मतदान करेंगे.
126 नए मतदान केंद्र बनाए गएदरअसल पिछले कुछ सालों से बस्तर में तैनात केंद्रीय सुरक्षा बलों और छत्तीसगढ़ पुलिस के ज्वाइंट ऑपरेशन से नक्सली काफी बैक फुट पर हैं और यही वजह है कि इस साल चुनाव आयोग ने कई नए इलाकों का सर्वे कर यहां तीन जिलों में करीब 126 नए मतदान केंद्र बनाए हैं जहां के ग्रामीण बैंक ऑफ होकर मतदान कर सकेंगे हालांकि इस दौरान यहां सुरक्षा बलों को जरूर तैनात किया जाएगा लेकिन यह पहली बार है कि इस इलाके के ग्रामीण सरकार चुनने के लिए पहली बार मतदान करेंगे और पहली बार इस इलाके में राजनीतिक दलों के जनप्रतिनिधि भी चुनाव प्रचार प्रसार के लिए पहुंच सकते है....
नक्सलियों के खौफ से नहीं करते थे मतदानदरअसल बस्तर में हमेशा से ही नक्सली चुनाव का बहिष्कार करते आ रहे हैं. मतदान से पहले अपनी मौजूदगी दर्ज कराने के लिए बड़ी वारदातों को अंजाम देते आए हैं. नक्सलियों के डर की वजह से इस क्षेत्र के ग्रामीण मतदान करने नहीं पहुंचते थे, नक्सलियों का खौफ ऐसा है कि कई बार ग्रामीण मतदान करने के बाद अपने उंगली पर लगी स्याही को भी मिटा देते थे ताकि नक्सलियों को इसकी भनक तक ना लगे.
CRPF ने दिलाया सुरक्षा का भरोसा जिन इलाकों में नए मतदान केंद्र स्थापित हुए हैं उनके आसपास CRPF के नए कैंप स्थापित किये गए हैं. फोर्स के लिए इन इलाकों में अब गश्त करना संभव हो पा रहा है. चुनाव आयोग जब बस्तर में नये केंद्रों के स्थापना के बारे में सोचा तो सबसे पहले छत्तीसगढ़ राज्य पुलिस से रायशुमारी की गई. इस पर राज्य पुलिस और बस्तर में सुरक्षा की कमान संभाल रहे आला अफसरों ने आयोग को यह भरोसा दिलाया कि नए केंद्रों में पर्याप्त सुरक्षा के बीच मतदान संभव है.