Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की दूसरी लिस्ट में 53 प्रत्याशियों की सूची में नौ विधायकों और एक पूर्व मंत्री का टिकट काटा गया है. सरगुजा संभाग में उप-मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव का विरोध करने वाले रामानुजगंज से बृहस्पत सिंह का टिकट कट गया है. वहीं मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल का भी टिकट काट कर उपमुख्यमंत्री के बेहद करीबी रमेश सिंह को प्रत्यासी बनाया गया है.  खबरों की माने तो विनय जायसवाल भी उप-मुख्यमंत्री के खिलाफत करने में पीछे नहीं हटते थे. इसके अलावा बैकुंठपुर विधानसभा से वर्तमान विधायक अम्बिका सिंहदेव की सीट को अभी होल्ड किया गया है, जो कि कांग्रेस की आज जारी हुई दूसरी सूची में उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव के दबदबे के तौर पर देखा जा रहा है.


मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले की दो सीटों पर नाम की घोषणा


मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले की दो विधानसभा सीटों पर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर की है. विधानसभा क्रमांक 1 भरतपुर सोनहत (आरक्षित) से दोबारा वर्तमान विधायक गुलाब सिंह कमरो को कांग्रेस ने अपना उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर वर्तमान विधायक का नाम तय माना जा रहा है. भाजपा ने यहां से केंद्रीय मंत्री रेणुका सिंह को मैदान में उतारा है. वहीं गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने श्याम सिंह मरकाम को अपना उम्मीदवार बनाया है. श्याम सिंह मरकाम गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के फाउंडर स्व हीरा सिंह मरकाम के पुत्र हैं. वर्ष 2018 में भी मरकाम ने भरतपुर सोनहत विधानसभा सीट से अपनी किस्मत आजमाई थी, तब वे तीसरे नंबर पर थे. उन्होंने लगभग 27 हजार वोट प्राप्त किए थे।. एक बार फिर उनके मैदान में उतरने से इस सीट पर बेहद रोचक मुकाबले की संभावना जताई जा रही है.


बात विधानसभा क्रमांक मनेन्द्रगढ़ विधानसभा (सामान्य सीट) की करें तो यहां से कांग्रेस ने रमेश सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है. पेशे से वकील रमेश सिंह पुराने कांग्रेसी हैं. वहीं भाजपा ने पूर्व विधायक श्याम बिहारी जायसवाल को अपना उम्मीदवार बनाया है. मामला यहां बेहद कड़ा होने की उम्मीद है. 


 मनेन्द्रगढ़ से रमेश सिंह को मिला टिकट


मनेन्द्रगढ़ विधानसभा सामान्य सीट है और इसमे नगर निगम चिरमिरी के साथ खड़गवां तहसील आती है. अक्सर ऐसा होता है कि भाजपा और कांग्रेस अपना उम्मीदवार खड़गवां या चिरमिरी से उतारा करती है. कारण यह है कि ज्यादा वोटर चिरमिरी नगर निगम के साथ खड़गवां में आते हैं.  दूसरी ओर कांग्रेस सरकार ने कोरिया से अलग कर नया जिला बनाया है, जिसका नाम मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर दिया है और जिले का मुख्यालय मनेन्द्रगढ़ को बनाया है. अब मनेन्द्रगढ़ से रमेश सिंह को उम्मीदवार बनाया है. देखना होगा कि मनेन्द्रगढ़ के उम्मीदवार को चिरमिरी और खड़गवां किस तरह से चुनाव में डालते है, जबकि भाजपा ने अपना उम्मीदवार खड़गवां से बनाया है.


निर्दलीय लड़े थे चुनाव रमेश सिंह


वर्ष 2008 के चुनाव में कांग्रेस और एनसीपी के साथ सीटों को लेकर समझौता हुआ था. मनेन्द्रगढ़ सीट एनसीपी के खाते में गई थी. एनसीपी ने पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष रामानुज अग्रवाल को अपना उम्मीदवार बनाया. भाजपा ने दीपक पटेल को और कांग्रेस के दिग्गज नेता रमेश सिंह ने कांग्रेस छोड़ निर्दलीय चुनाव लड़ा. उन्हें 5295 मत मिले, भाजपा के दीपक पटेल को 30912 और एनसीपी के रामानुज अग्रवाल को 16630 मत प्राप्त हुए. भाजपा के दीपक पटेल 42 फीसदी मत पाकर विजयी हुए थे.


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