Chhattisgarh Covid Cases: छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है. पिछले 24 घंटे में 165 नए संक्रमित मरीजों की पहचान हुई है. कोरोना संक्रमण के चपेट में अब राज्य के 28 में से 20 जिले आ गए हैं. इन जिलों में रोजाना कोरोना पॉजिटिव मरीजों की पहचान हो रही है. इसके अलावा जुलाई महीने में राज्य में अब रोजाना 100 से अधिक कोरोना के मरीज मिल रहे हैं. इसके चलते एक्टिव मरीजों की संख्या हजार के पार हो गई है.
पिछले 24 घंटे में 165 नए मरीज
दरअसल जून की पहली तारीख को राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या केवल 60 थी और देखते ही देखते एक्टिव मरीजों की संख्या 1027 हो गई है. मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की तरफ से जारी मेडिकल बुलेटिन में बताया गया है कि प्रदेश भर में हुए 10 हजार 696 सैंपल की जांच में 165 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसके साथ ही 5 जुलाई को प्रदेश की पॉजिटिविटी दर बढ़कर 1.54 प्रतिशत हो गई है. वहीं राहत की बात ये है कि मंगलवार को जितने नए मिले उससे अधिक 178 मरीज इलाज के बाद ठीक हुए है.
रायपुर और दुर्ग में ज्यादा मामले
इस बार रायपुर और दुर्ग जिले में सर्वाधिक कोरोना संक्रमित मरीज मिले रहे हैं. मंगलवार के आंकड़े में राजधानी रायपुर में 35 और दुर्ग में 30 कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं. इसके अलावा जिलेवार नए मरीजों की बात करें तो महासमुंद और कोरिया से 01-01, कांकेर, रायगढ़ और सूरजपुर से 02-02, बस्तर, धमतरी, बलरामपुर और जशपुर से 03-03, कोरबा और जांजगीर-चांपा से 04-04, मुंगेली और कबीरधाम से 05-05, सरगुजा से 06, बेमेतरा से 08, बलौदाबाजार से 11, बिलासपुर से 17 और राजनांदगांव जिले में 20 मरीज मिले है.
1027 मरीजों का चल रहा है इलाज
वहीं जिलेवार एक्टिव मरीजों की बात करें तो इसमें सर्वाधिक राजधानी रायपुर में 238 मरीज है जिनका इलाज चल रहा है. इसी तरह अन्य जिलों की बात करें तो दुर्ग 146,राजनांदगांव 86, बेमेतरा 51, रायपुर 238, बलौदा बाजार 78, बिलासपुर 103, सरगुजा 58, सूरजपुर 34 और कबीरधाम 32 मरीजों का इलाज चल रहा है.
14 हजार लोगों की हो चुकी है मौत
गौरतलब है की राज्य में अबतक 11 लाख 55 हजार 24 मरीजों की पहचान हो चुकी है, इसमें 11 लाख 39 हजार 959 मरीज इलाज के बाद ठीक हुए लेकिन 14 हजार 38 मरीजों की कोरोना से मौत हुई है. कोरोना के बढ़ते आंकड़े चिंताजनक तो हैं लेकिन राहत की बात ये है कि ज्यादातर मरीजों का घर में ही इलाज हो जा रहा है. हॉस्पिटल जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है क्योंकि इस बार केवल बुखार और सर्दी के लक्षण ही अधिकांश केस में देखा जा रहा है.