छत्तीसगढ़ में अमित शाह को पत्र, नौकरी नहीं, तो नक्सलवाद का रास्ता? युवाओं की चेतावनी से मचा हड़कंप
Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ CAF 2018 भर्ती में चयनित 417 युवाओं को 8 साल बाद भी नियुक्ति नहीं मिली. हताश अभ्यर्थियों ने शाह को पत्र लिख नक्सलवाद अपनाने की चेतावनी दी. कांग्रेस ने सरकार को घेरा.

छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी का आलम यह है कि सरकार से हताश युवा अब नक्सलवाद के रास्ते पर जाने को मजबूर हैं. मामला छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स 2018 की भर्ती परीक्षा का है, जिसमें पास हुए युवाओं को 8 साल बाद भी जॉइनिंग नहीं मिली.
अब इन युवाओं ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर गुहार लगाई है. पत्र में कहा है कि अगर नौकरी नहीं मिली तो क्यों न हम भी नक्सलवाद के रास्ते पर निकल जाएं. नक्सलवाद का दंश झेल रहे छत्तीसगढ़ के युवा भी अब रोजगार न मिलने के चलते नक्सलवाद की राह पर जाने की चेतावनी दे रहे हैं.
अभ्यर्थियों को 8 साल बाद भी जॉइनिंग नहीं मिली
दरअसल, छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स 2018 में चयनित अभ्यर्थियों को 8 साल बाद भी जॉइनिंग नहीं मिली है. जिसके चलते करीब 417 युवा लगातार दर-दर भटकने को मजबूर हैं. हाईकोर्ट के आदेश के बावजूद सरकार इन 417 युवाओं की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है.
जिसके चलते इन परेशान युवाओं ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर गुहार लगाई है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे पत्र में युवाओं ने सवाल किया है कि एक तरफ सरकार नक्सल पुनर्वास योजना के तहत सरेंडर करने वाले नक्सलियों को नौकरी, जमीन, मकान और आर्थिक सहायता तक दे रही है.
युवाओं के लिए एक अदद रोजगार सरकार के पास नहीं है
दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ के युवाओं के लिए एक अदद रोजगार सरकार के पास नहीं है. ऐसे हालात में क्यों न छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवा भी नक्सलवादी बन जाएं? जिसके बाद सरेंडर करने पर सरकार से नौकरी के साथ-साथ मकान, जमीन जैसी तमाम सुविधाएं भी मिल जाएंगी.
दरअसल, CAF में चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति न देने के पीछे बड़ी राजनीति है, जिसका शिकार ये युवा हुए हैं. छत्तीसगढ़ आर्म्स फोर्स 2018 भर्ती परीक्षा का आयोजन रमन सिंह की सरकार ने किया था. लेकिन उसके बाद रमन सिंह की सरकार चली गई और राज्य में कांग्रेस की भूपेश बघेल सरकार बन गई.
युवा अपने परिवार को दो समय की रोटी देने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर - विष्णुदेव साय
CAF की परीक्षा बीजेपी सरकार के समय होने के चलते कांग्रेस सरकार ने इस पर ध्यान ही नहीं दिया. इसके बाद साल 2023 में फिर एक बार छत्तीसगढ़ में बीजेपी की सरकार बनी, लेकिन गृहमंत्री विजय शर्मा केवल वादे कर रहे हैं. दरअसल, सरकार बजट की कमी का बहाना बनाकर अब इन युवाओं की नियुक्ति करना ही नहीं चाहती.
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के सुशासन को मुंह चिढ़ाते ये बेरोजगार युवा अपने परिवार को दो समय की रोटी देने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं. हालात इतने खराब हो चुके हैं कि अगर अब भी सरकार ने इन युवाओं की गुहार नहीं सुनी तो ये आत्मदाह जैसा भयानक कदम उठाने की भी बात कर रहे हैं.
दीपक बैज ने रोजगार के मुद्दे पर सरकार पर जमकर निशाना साधा
इधर, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने रोजगार के मुद्दे पर सरकार पर जमकर निशाना साधा. बैज ने कहा कि रोजगार देने का जो वादा बीजेपी ने किया था, उसे सरकार को पूरा करना चाहिए. बेरोजगारी के चलते नक्सलवाद का रास्ता अपनाने की युवाओं की चेतावनी बेहद चिंताजनक है.
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Source: IOCL

























