Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए आज से पहले चरण के 20 सीटों के लिए नामांकन(Nomination) की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 16 अक्टूबर को के केंद्रीय मंत्री अमित शाह(Amit Shah) पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह (Dr Raman Singh) के नामांकन रैली में शामिल होने आ रहे है. लेकिन अब तक कांग्रेस (Congress) की लिस्ट अब तक नहीं आई है. कांग्रेस पितृ पक्ष समाप्त होने का इंतजार कर रही है और दुर्गा मां की पूजा के साथ प्रत्याशियों की पहली लिस्ट जारी करने का फैसला किया है. दरअसल 12 अक्टूबर को दिल्ली में कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई है. इसमें पहले चरण के 20 सीटों के लिए नाम फाइनल हो गए है और दूसरे चरण के 70 सीटों के लिए अभी मंथन जारी है. लेकिन 14 अक्टूबर तक पितृ पक्ष रहेगा इस लिए 15 अक्टूबर को नवरात्रि की शुरुआत के साथ कांग्रेस अपनी पहली लिस्ट जारी करेगी. इसके साथ ये भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस बीजेपी से भी ज्यादा महिला दावेदारों को टिकट देने वाली है. 'CANDY CRUSH वालों को अब तक खिलाड़ी नहीं मिला'लेकिन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर तंज कसते हुए ट्वीट किया है कि आज से पहले चरण के चुनाव की नामांकन प्रक्रिया आरंभ हो रही है. उधर POGO-CANDY CRUSH वालों को अब तक “खिलाड़ी” नहीं मिल पाए चुनावी मैदान के लिए. “तैयार हो जाओ” भाई, डरो मत!"बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष साव ने कांग्रेस के स्लोगन "हैं तैयार हम" पर जवाब देते हुए लिखा है "तैयार हो जाओ" भाई डरो मत. कांग्रेस ने कहा पितृ पक्ष के बाद जारी होगी पहली लिस्टलिस्ट में देरी को लेकर कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि सनातन धर्म की मान्यता है कि पितृ पक्ष में कोई भी शुभ काम नहीं किया जाता है. बीजेपी ने पितृ पक्ष में अपनी सूची जारी कर ये बता दिया सनातन धर्म की मान्यताओं के खिलाफ खड़े है. कांग्रेस पार्टी की पुरानी मान्यता है. हम लोगों की भावनाओं का कद्र करते है. हमारे कार्यकर्ता नहीं चाहते थे की हम सूची पितृ पक्ष में जारी करें इसलिए हम कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान करते हुए. आदि शक्ति की पूजा के पहले दिन कांग्रेस की सूची जारी होगी. इस बार ज्यादा महिलाओं को कांग्रेस टिकट देने वाली हैइसके आगे शुक्ला ने महिला दावेदारों को लेकर बड़ा दिया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस शुरू से ही आधी आबादी को पूरा हक देने की पक्षधर रही है. महिला आरक्षण विधेयक भी कांग्रेस की सोच का उपज है. हमने राज्यसभा में पारित किया था. पिछले विधानसभा चुनाव में हमने 13 महिला प्रत्याशियों को टिकट दिया था. इसमें से 10 जीत कर आई. इसके बाद उपचुनाव में हमने 60 प्रतिशत महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया था. मतलब 5 में से 3 महिला चुनाव लड़ी थी और जीत कर आई थी. इस बार बीजेपी से ज्यादा महिलाओं को टिकट देंगे. महिलाएं छत्तीसगढ़ के विधानसभा में महिलाओं की आवाज बुलंद करेंगी. अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौर पर कांग्रेस ने उठाया सवालवहीं अमित शाह के दौरे को लेकर सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी पर निशाना साधा है. शुक्ला ने कहा कि रमन सिंह बीजेपी के तथाकथित बड़े नेता बोले जाते है. उनके नामांकन में अमित शाह आ रहे है. किसी ऐसे प्रत्याशी के नामांकन में आते जो गुमनाम होता. इसका मतलब ये है कि अमित शाह तक को भरोसा नहीं है कि गुमनाम प्रत्याशी के नामांकन में जाएंगे तो भीड़ इकट्ठा होगी या नहीं होगी और रमन सिंह को भी भरोसा नहीं है की वो राजनांदगांव जीत पाएंगे या नहीं ? इस लिए वो अमित शाह के प्रभाव का उपयोग करना चाहते है.