Chhattisgarh Assembly Election 2023: छत्तीसगढ़ विधानसभा के पहले चरण का मतदान 7 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 17 नवंबर को होने वाले हैं. ऐसे में कांग्रेस विधायक अनूप नाग को पार्टी ने अब तक टिकट नहीं दिया है. उन्होंने बुधवार (18 अक्टूबर) को कहा है कि वह अपने अंतागढ़ क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. वह होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए निर्दलीय रूप में अपना नामांकन दाखिल करेंगे.


रविवार (15 अक्टूबर) को कांग्रेस पार्टी ने 30 प्रत्याशीयों की पहली लिस्ट जारी की थी. कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवारों की अपनी पहली सूची में कई पुराने नेताओं पर भरोसा जताने के साथ ही कुछ नए चेहरों को भी शामिल किया था. पार्टी ने अपनी पहली सूची में नाग सहित 8 मौजूदा विधायकों को टिकट देने से इंकार कर दिया. 


अंतागढ़ सीट से कांग्रेस ने चुनावी मौदान में किसको उतारा है


अनूप नाग ने कांग्रेस पार्टी से अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित अंतागढ़ सीट से 2018 में चुनाव लड़ा था. जिसमें उन्होंने बीजेपी के विक्रम उसेंडी को 13,414 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी. लेकिन कांग्रेस ने इस बार उनको टिकट नहीं दिया है. कांग्रेस ने इस बार रूप सिंह पोटाई को अंतागढ़ सीट से मैदान में उतारा है. जबकि बीजेपी ने राज्य के पूर्व मंत्री और पूर्व सांसद उसेंडी को फिर से उम्मीदवार बनाया है. 


अनूप नाग को टिकट नहीं मिलने पर वह निर्दलीय चुनाव लड़ने का इरादा बना लिया है. उन्होंने चुनाव नामांकन फॉर्म भी खरीद लिया है. नाग नामांकन फॉर्म खरीदने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए कहा, " मैं एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन फॉर्म खरीदा है और इसे नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन यानी 20 अक्टूबर को जमा कूरूंगा. उन्होंने कहा कि निर्वाचन क्षेत्र के साथ-साथ इलाके के आसपास के इलाकों के लोग भी निराश हैं कि उन्हें टिकट नहीं दिया गया है. उन्होंने कहा, पिछले पांच वर्षों से इस इलाके में काम किया हूं. यहां तक कि कोविड-19 महामारी के दौरान भी इस क्षेत्र में काम किया. इसके बावजूद ऐसा फैसला लिया गया है." 


अनूप नाग का पोटाई पर तंज


उन्होंने आगे कहा कि मुझे उम्मीद थी कि पार्टी की तरफ से इस बार फिर मौका दिया जाएगा लोगों की सेवा करने के लिए लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अनूप नाग ने पोटाई पर भी तंज किया. उन्होंने कहा, " ये हैरानी की बात है कि जो व्यक्ति बीजेपी का सक्रिय सदस्य था और पिछले चुनाव में कांग्रेस में शामिल हुआ था. उसे पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. दरअसल,नाग के मुताबिक,  कांग्रेस के 'संकल्प शिविर' में कहा गया था कि जो लोग जो दूसरे दल छोड़कर पार्टी में शामिल हुए हैं उन्हें टिकट नहीं दिया जाएगा. 


चुनाव के बाद सब साफ हो जाएगा


हालंकि, अंतागढ़ सीट के लिए पार्टी के तरफ  से इसका पालन नहीं किया गया है. नाग ने एक बार फिर पोटाई पर तंज करते हुए कहा कि वह तो अपने गांव में पंचायत चुनाव भी हार गए थे. उन्होंने आगे कहा कि लोग देख रहे हैं और चुनाव के बाद सब साफ हो जाएगा. आपको बता दें कि अंतागढ़ उन 20 सीटों में से एक है जहां 7 नवंबर को पहले चरण के मतदान में मतदान होगा. राज्य के बाकी 70 सीटों पर दूसरे चरण में 17 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. 


ये भी पढ़ें: Chhattisgarh Election 2023: ‘एक हाथ काटकर दूसरे हाथ में देना जानती हूं', BJP कार्यकर्ताओं से रेणुका सिंह बोलीं- पुलिस से न डरें!