Durg News: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के मॉडल टाउन क्षेत्र में संचालित रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज में पढ़ने वाली छात्राओं को फूड पॉइजनिंग होने का मामला सामने आया है. तीन जिन पुराने इस मामले का खुलासा  तब हुआ जब उनमें से एक छात्रा की मौत हो गई, जबकि फूड पॉइजनिंग का शिकार अन्य 39 छात्राएं अभी भी यहां के एक निजी अस्पताल में भर्ती हैं. रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन ने तीन दिनों से इस मामले को छिपा रखा था और मामले को दबाने का प्रयास कर रहा था. फिलहाल इस मामले में कलेक्टर ने जांच के आदेश दिए हैं.


कलेक्टर और एसपी पहुंचे अस्पताल


भिलाई के रस्तोगी कॉलेज के हॉस्टल में कुछ छात्राओं को उल्टी दस्त की शिकायत के बाद हाईटेक अस्पताल में भर्ती कराया गया. मामले की सूचना मिलने पर दुर्ग कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा और  एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव हाइटेक हॉस्पिटल पहुंचे. इससे  पहले ही अस्पताल प्रबंधन ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को इसकी जानकारी दे दी थी, जिसके बाद स्वास्थ्य अधिकारी छात्राओं की तबीयत की स्थिति जानने में जुटे थे.


कलेक्टर पुष्पेंद्र मीणा ने हॉस्टल में व्यवस्थाओं की जांच के निर्देश दिए थे, जांच में  हॉस्टल का वॉटर कूलर और आरओ खराब स्थिति में पाए गए, जिसकी वजह से छात्राएं खराब पानी पी रही थीं और इसी पानी की वजह से छात्राओं की तबीयत खराब हुई. कलेक्टर ने कहा कि इस संबंध में हॉस्टल प्रबंधन की लापरवाही सामने आई है. फूड पायजनिंग से एक छात्रा की मौत भी हुई है, इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई की जा रही है.


जानें क्या कहना है कॉलेज प्रबंधन का
इधर रस्तोगी नर्सिंग कॉलेज प्रबंधन ने छात्रा कामिनी की मौत की जिम्मेदारी लेने से इनकार किया है. कॉलेज के जीएम ने कहा कि कामिनी की तबीयत खराब जरूर हुई थी, लेकिन वह ठीक हो गई थी. इसके बाद उसके परिजन उसे बालोद घर लेकर चले गए थे. वहां उसकी मौत हुई है. इस मौत के लिए प्रबंधन जिम्मेदार नहीं है.


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