Bijapur News: दो हजार के नोट बंद कर दिए जाने का साइड इफेक्ट बस्तर (Bastar) के नक्सली संगठनों में भी देखने को मिल रहा है. संगठन के बड़े नक्सली अपने लेवी (वसूली की रकम) को खपाने की जुगत में जुट गए हैं. बीजापुर (Bijapur) जिले में भी नक्सली कमांडर मल्लेश अपने पास रखें दो हजार के करीब 300 नोटों को अपने पहचान वालों के अलग-अलग बैंक खाते  में जमा कराने के लिए अपने दो सहयोगियों को बीजापुर शहर भेजा. लेकिन पुलिस ने मोबाइल चेक पोस्ट नाका पर चेकिंग के दौरान दोनों को धर दबोचा.


पुलिस ने उनके पास से काले रंग की बैग में 6 लाख रुपये बरामद किए. साथ ही अलग अलग बैंकों के 11 पासबुक और नक्सलियों की पाम्पलेट  और पर्चे भी बरामद किए. दोनों व्यक्तियों के पास इस पैसे से संबंधित कोई दस्तावेज और जानकारी नहीं थी. इसके बाद पुलिस ने दोनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की. आखिरकार आरोपियों ने बताया कि यह पैसा नक्सली कमांडर मल्लेश का है. 


वसूली की रकम खपाने के फिराक में नक्सली
आरोपियों ने बताया कि उसने उन्हें बीजापुर के अलग-अलग बैंकों में अपने पहचान वालों के खातों में जमा करने के लिए दिया था, ताकि 2 हजार के नोट व्यर्थ ना जाए. फिलहाल पुलिस इन दोनों आरोपियों के खिलाफ छत्तीसगढ़ विशेष सुरक्षा अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस दोनों को रिमांड में लेकर पूछताछ कर रही है. बीजापुर के एसपी आंजनेय  वार्ष्णेय ने बताया कि आरबीआई के द्वारा 2 हजार रुपये के नोट बंद किए जाने के ऐलान के बाद से ही पुलिस ये अनुमान लगा रही थी कि नक्सली अलग-अलग ठिकानों से लिए गए अपने  लाखों रुपये की वसूली की राशि खपाने के फिराक में हैं.


नक्सली के 6 लाख रुपये जब्त
एसपी ने बताया कि इसे देखते हुए बीजापुर पुलिस पहले ही अलर्ट होकर लगातार सीमावर्ती इलाकों और नेशनल हाईवे पर हर दिन मोबाइल चेक पोस्ट लगाकर संदिग्ध वाहनों की जांच कर रही है. शुक्रवार को भी पुलिस की टीम ने जांच के दौरान एक मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्तियों को रोककर  पूछताछ करने की कोशिश की, लेकिन दोनों पुलिस को देख भागने लगे. उन्हें पुलिस ने घेराबंदी करके धर दबोचा. इसके बाद उनके काले रंग के बैग की चेकिंग की गई. इस दौरान  बैग में 2 हजार  के 3 बंडल 6 लाख नकदी बरामद की गई. साथ ही अलग-अलग बैंकों के 11 पासबुक और प्रतिबंधित नक्सली संगठन के पाम्पलेट और पर्चे भी बरामद किए गए. पुलिस ने बरामद रकम के संबंध में दोनों व्यक्ति से  पूछताछ  की, लेकिन दोनों के पास इस पैसे से संबंधित कोई दस्तावेज नहीं थे.


एसपी ने क्या बताया
इसके बाद आरोपी गजेंद्र माड़वी से बरामद रकम के संबंध में जब बारीकी से पूछताछ की गई, तब उसने बताया कि उन लोगों को ये पैसे नक्सली संगठन के प्लाटून नंबर 10 के कमांडर मल्लेश ने अपने पहचान वालों के अलग-अलग खाते में जमा करने के लिए दिए. इसे जमा करने गजेंद्र माड़वी और लक्ष्मण कुंजाम दोनों ही आरोपी बीजापुर आए हुए थे. एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने बताया कि उन्होंने अगल- अलग लोगों के खाते में कुल 1 लाख 86 हजार रुपये जमा कराए और बताया कि बची हुई रकम अलग-अलग दिन में जमा कराने वाले थे.


एसपी ने बताया कि आरोपियों ने जिन जिन के खातों में ये रकम जमा की है कि उनके बैंक खातों के डिटेल भी निकाली जा रही है. एसपी ने शंका जाहिर की कि बस्तर संभाग में नक्सली अपनी वसूली की रकम में मिले 2 हजार के नोटों खपाने के फिराक में हैं. इसे देखते हुए बीजापुर जिले में पूरी तरह से अलर्ट जारी किया गया है.


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