Bastar News: छत्तीसगढ़ के बस्तर में कोरोना के बढ़ते मरीजों को देखते हुए जिला प्रशासन की ओर से लगातार इसके रोकथाम के लिए आवश्यक कार्यवाही की जा रही  हैं. शहर के 8 वार्डों सहित 6 गांव को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया है और इन इलाकों को सील करने की कार्रवाई की गई है. संक्रमित आने वाले मरीज होम आइसोलेशन में है और कंटेंटमेन्ट जोन से बाहर नहीं निकल पाएंगे. दरअसल जिले में कोरोना जांच का दायरा भी बढ़ा दिया गया है और जांच के लिए सरकारी अस्पतालों के साथ ही स्वास्थ्य विभाग की टीम मुख्य चौक चौराहों और ग्रामीण अंचलों में भी लोगों की कोरोना जांच कर रही है.


मेडिकल इमर्जेंसी में ही निकल पाएंगे बाहर
इस दौरान बड़ी संख्या में लोग संक्रमित पाए जा रहे हैं. मरीजों के सैंपल जांच के आधार पर उनके इलाके में कंटेनमेंट जोन बनाया जा रहा है. कंटेनमेंट जोन में चिन्हित क्षेत्र के अंतर्गत सभी दुकाने ,व्यापारी संस्थानो को अगले आदेश तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं. घर पहुंच सेवा के माध्यम से आवश्यक वस्तुओं को उपलब्ध कराने के लिए प्रशासन की टीम को मुस्तैद किया गया है. मेडिकल इमर्जेंसी को छोड़कर अन्य किसी भी कारण से बाहर निकलना प्रतिबंधित कर दिया गया है.


बस्तर में अब शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी धीरे धीरे कोरोना तेजी से पैर पसार रहा है . यही वजह है कि अब तक जिला प्रशासन ने ग्रामीण अंचलों में मिले संक्रमित मरीजों को देखते हुए 6 गांव के कई इलाकों को कंटेनमेंट जोन बनाया है. इसके अलावा जगदलपुर शहर में ही 8 वार्डों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है. 


55 संक्रमित मरीज गायब
दरअसल एकबार फिर से करोना का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है और जांच के दौरान संक्रमित मरीज भी तेजी से मिल रहे हैं, ऐसे में जिला प्रशासन एक ही एरिया में 2 से अधिक संक्रमित मरीज मिलने वाले क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बना रहा है. इधर ग्रामीण अंचलों में मिलने वाले मरीज ज्यादातर बाहर से यात्रा करके आए हैं. इस वजह से कोरोना जांच के दौरान उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ रही है. यही नहीं 55 संक्रमित मरीज अभी भी गायब हैं जिनकी तलाशी  पुलिस प्रशासन कर रही है.


कलेक्टर ने दिए निर्देश
बस्तर कलेक्टर रजत बंसल का कहना है कि शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचलों में भी खास सर्तकता बरतने को कहा जा रहा है. ग्रामीण अंचलों में होने वाले विभिन्न आयोजनों पर रोक लगा दी गई है. कोशिश की जा रही है कि संक्रमण को फैलने से किसी भी तरह रोका जाए. कलेक्टर ने कहा कि फिलहाल शहरी क्षेत्र के मुकाबले में ग्रामीण क्षेत्रों में अब भी कम ही मामले देखने को मिल रहे हैं, लेकिन प्रशासन बिना लापरवाही बरते 2 से अधिक संख्या में मिलने वाले मरीज वाले एरिया को कंटेनमेंट जोन बना रहा है. केवल इमरजेंसी सेवा ही बहाल किया गया है.उन्होंने कहा कि कंटेनमेंट जोन क्षेत्र में किसी तरह की मरीजों को कोई दिक्कत ना हो इसका भी पूरा ख्याल रखने को कहा गया है.


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