Who Is Ritlal Yadav: बिहार की राजधानी पटना से सटे दानापुर से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के विधायक रीतलाल यादव के ठिकानों पर शुक्रवार को छापेमारी हुई. इस दौरान 10.5 लाख रुपये नकद, 77.5 लाख रुपये के ब्लैंक चेक, जमीनों के दस्तावेज समेत छह पेन ड्राइव और एक वॉकी-टॉकी बरामद हुए. एसपी भानु प्रताप सिंह के अनुसार एक विशेष सूचना के आधार पर कार्रवाई की गई. विधायक के खिलाफ रंगदारी मांगने जैसे संगठित अपराध को बढ़ावा देने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. इन आरोपों के मद्देनजर विधायक और उनके सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की गई थी.

कौन हैं RJD विधायक रीतलाल यादव?

रीतलाल यादव पटना जिले के रहने वाले हैं. उनका जन्म कोथवा गांव में हुआ था. कहा जाता है कि एक समय ऐसा था जब दानापुर डिवीजन के रेलवे के जितने भी टेंडर निकलते थे, रीतलाल यादव ही उनकी डील करते थे. वे लालू प्रसाद यादव के करीबी माने जाते हैं. अभी हाल ही के दिनों में वे तेजस्वी यादव के नजदीकी माने जाते हैं. साल 2016 में जेल में रहते हुए रीतलाल यादव विधान परिषद के सदस्य बने थे. इसके बाद 2020 में जमानत पर बाहर आए और दानापुर से विधानसभा का चुनाव लड़ा और जीत गए. 

रीतलाल यादव का नाम अक्सर विवादों में रहता है. ईडी ने उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की जांच करते हुए कई बेनामी संपत्तियां जब्त की हैं. उनकी वैध कमाई का कोई स्त्रोत भी नहीं मिला. रीतलाल यादव और उनका परिवार राजनीति के साथ-साथ कई आपराधिक और अवैध गतिविधियों में संलिप्त रहा है.

RJD विधायक पर बीजेपी नेता सत्यनारायण सिन्हा की हत्या का भी आरोप लगा था. लेकिन, 14 मई 2024 को पटना के एमपी-एमएलए कोर्ट ने रीतलाल यादव को सत्यनारायण सिन्हा हत्याकांड से बरी कर दिया था. इसके बाद बीजेपी नेता की पत्नी और पूर्व विधायक आशा देवी ने पटना हाईकोर्ट में अपील दायर की और निचली अदालत के फैसले को चुनौती दी. आशा देवी की अपील पर पटना हाईकोर्ट ने यादव को नोटिस जारी किया. रीतलाल यादव अभी वर्तमान में दानापुर विधानसभा से विधायक है. इनके ऊपर लगे आरोपों के कारण वे लगातार सुर्खियों में रहते हैं.

कितनी संपत्ति के मालिक हैं रीतलाल यादव?

वहीं अब पुलिस की छापेमारी के बाद से सवाल उठने लगा है कि रीतलाल यादव के पास कितनी संपत्ति है. उन्होंने विधायक बनने से पहले चुनाव आयोग को एफिडेविट करवा कर अपना हलफनामा दिया था और उसमें जो संपत्ति का ब्योरा दिया था, उस हिसाब से अभी जो छापेमारी के दौरान मिला है वह काफी चौंकाने वाला है.

2020 के चुनाव से पहले 16 अक्टूबर 2020 को दिए गए हलफनामे के अनुसार, 2020-21 की वार्षिक आय का जो रिटर्न फाइल किया था उसके हिसाब से उनके पास कुल संपत्ति 5,32,436 थी, जबकि उनकी पत्नी की संपत्ति 2019-20 के रिटर्न फाइल के एक वर्ष के आंकड़ों के अनुसार 7,44,720 वार्षिक थी. 2020 में उनके पास 22 लाख 31,638 रुपये की चल संपत्ति थी, जबकि उनकी पत्नी के पास 62 लाख 19,695 चल संपत्ति थी.

अचल संपत्ति की बात करें तो उनकी अचल संपत्ति 85 लाख 27,315 रुपये थी और उनकी पत्नी के पास 20 लाख 9 हजार 541 रुपये का अचल संपत्ति थी. उनकी खरीदी हुई जमीन और पैतृक जमीन का कुल बाजार मूल्य उस वक्त के अनुसार 6 करोड़ 39 लाख 48000 दर्शाया गया था, जबकि पत्नी के नाम से खरीदी गई जमीन जो 4 करोड़ 58 लाख 40000 रुपये का बताई गई थी. अभी साढ़े चार वर्ष में उनके आमदनी कितनी हुई है, इसका अभी तक खुलासा नहीं हुआ है.

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