प्रशासन और सरकार ने जब नहीं सुनी गुहार, तब ग्रामीणों ने खुद से किया चचरी पुल का निर्माण
शिवनगर पहाड़ी टोला के लोग लंबे समय से सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों से पुल निर्माण की मांग कर रहे थे, लेकिन उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया.

सुपौल: प्रशासन और सरकार के उदासीन रवैये से थक-हार कर जिला मुख्यालय के लतौना दक्षिण पंचायत के शिवनगर नेपाली टोला के ग्रामीणों ने बरसात में गांव को टापू बनने से बचाने के लिए एकजुट होकर आपसी सहयोग से चचरी पुल का निर्माण किया है, जिससे सैकड़ों ग्रामीणों की आवागमन संबंधित परेशानी दूर हो गई है.
खुद के पैसों का किया चचरी पुल का निर्माण
मिली जानकारी के अनुसार शिवनगर पहाड़ी टोला के लोग लंबे समय से सरकार और प्रशासनिक अधिकारियों से पुल निर्माण की मांग कर रहे थे, लेकिन उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया गया. ऐसे में ग्रामीणों ने फैसला लिया कि खुद के श्रमदान और पैसों से पुल का निर्माण कराया जाए. इसके बाद सभी ने मिलकर पुल का निर्माण किया और उसका उद्घाटन जिले के जाने-माने लेखक और सेवानिवृत्त शिक्षक ध्रुब नारायण सिंह राय से कराया गया.
शासन-प्रशासन के प्रति ग्रामीणों में है नाराजगी
ग्रामीणों ने बताया कि सड़क और पुल निर्माण के लिए उनलोगों ने कई बार माननीय सहित अधिकारियों से गुहार लगाई थी. लेकिन उनकी मांग को पूरा नहीं किया गया. नाराज ग्रामीणों ने क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव में हम सभी वोट बहिष्कार करेंगे.
बता दें कि मुख्यालय से महज 4 किलोमीटर दूर नेपाली टोला में शादी-ब्याह का मौसम शुरू होते ही लोगों का दर्द छलक आता है. दरअसल, कुशहा त्राशदी के बाद शायद ही इस गांव में शहनाई बजी हो, बारात आई या गई हो क्योंकि आवागमन का कोई रास्ता नहीं है.
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