प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में पिछले 24 घंटे से जारी मूसलाधार बारिश का असर कोसी नदी के जलस्तर पर साफ दिखाई देने लगा है. शनिवार रात 10 बजे तक कोसी का डिस्चार्ज बढ़ते क्रम में 1 लाख 41 हजार क्यूसेक से अधिक दर्ज किया गया है. वहीं रविवार सुबह 9 बजे डिस्चार्ज बढ़कर 4 लाख के पार पहुंच गया है.
अलर्ट मोड में सुपौल जिला प्रशासन
जलस्तर में लगातार हो रही वृद्धि को देखते हुए सुपौल जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है. प्रशासन ने कहा है कि घबराने की जरूरत नहीं है, लेकिन सभी को सावधान रहना होगा. अफवाहों से दूर रहने और किसी भी संदिग्ध सूचना को तुरंत जिला नियंत्रण कक्ष को सूचित करने की सलाह दी गई है.
वहीं इतने ज्यादा मात्रा में पानी छोड़े जाने से सुपौल, सहरसा, मधेपुरा सहित कोसी क्षेत्र के निचले इलाकों में बाढ़ का गंभीर संकट पैदा हो गया है. प्रशासन ने लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है. साथ ही आपात स्थिति से निपटने के लिए नियंत्रण कक्ष के नंबर जारी कर दिए हैं.
प्रशासन ने बताया कि 24x7 आपातकालीन सहायता उपलब्ध है. आपातकालीन स्थिति में संपर्क के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं. सुपौल जिला नियंत्रण कक्ष : 06473-224005, जिला आपातकालीन नंबर : 9430225162, राज्य आपदा नियंत्रण कक्ष : 0612-2294204, 0612-2294205, आपदा टोल फ्री नंबर: 1070 पर आपातकालीन स्थिति में कॉल की जा सकती है.
निचले इलाकों में मंडराने लगा बाढ़ का खतरा
कोसी नदी के बढ़ते जलस्तर से निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है. हालांकि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यदि बारिश का दौर जारी रहा तो जलस्तर और तेजी से बढ़ सकता है। ऐसे में प्रशासन ने पहले से ही चौकसी बरतते हुए संबंधित विभागों को अलर्ट कर दिया है.
प्रशासन का कहना है कि “आपकी सावधानी ही आपकी सुरक्षा है.” लोगों से अपील की गई है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सतर्क रहते हुए प्रशासनिक निर्देशों का पालन करें.