Waqf Amendment Bill: वक्फ संशोधन विधेयक कल (बुधवार) लोकसभा में पेश होगा. इस वक्फ बिल का लगातार मुस्लिम संगठन विरोध कर रहा है. विपक्ष के भी नेता इसके खिलाफ हैं. धरना-प्रदर्शन भी किया गया. इस बीच आज मंगलवार (01 अप्रैल, 2025) को पटना में इमारत-ए-शरिया के अमीर अनिसुर रहमान कासमी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की. एक तरफ उन्होंने वक्फ बिल की खामियों को गिनाया तो दूसरी ओर सीएम नीतीश कुमार, चिराग पासवान और चंद्रबाबू नायडू से बिल वापस लेने के लिए दबाव बनाने की अपील की है.

'वक्फ बिल में 44 खामियां'

अनिसुर रहमान कासमी ने कहा कि हमारी मांग है कि बिल पेश न किया जाए. बिल में कई खामियां हैं. ये बिल भू माफिया के हक में है. उन्होंने कहा कि वक्फ बिल में 44 खामियां हैं. सरकार वापस ले. बिहार के सीएम नीतीश कुमार से उन्होंने अपील करते हुए कहा कि बिल की हिमायत न करें. चिराग पासवान और उनके सांसद से भी इसके लिए अनुरोध अनुरोध किया है. साथ ही कहा है कि चंद्रबाबू नायडू भी बिल को वापस लेने के लिए दबाव बनाएं. 

प्रेस रिलीज के जरिए कहा गया कि मुस्लिम समाज के अस्तित्व को समाप्त करने के लिए वक्फ बोर्ड को राजनीतिक हथियार के रूप में इस्तेमाल कर किया जा रहा है. सरकार आए दिन मस्जिद के नाम पर, मदरसा के नाम पर, कब्रिस्तान के नाम पर, उसकी संपत्तियों पर जबरदस्ती कब्जा कर रही है.

'वक्फ हमारी अपनी संपत्ति है…'

इमारत-ए-शरिया के वरिष्ठ ट्रस्टी अहमद अशफाक करीम साहब ने कहा कि हम हिंदुस्तानी हैं और हमें संविधान ने जो हक दिया है, हम उससे अलग नहीं हो सकते हैं. वक्फ हमारी अपनी संपत्ति है और हम बिहार सरकार समेत केंद्र सरकार से अपील करते हैं कि वह वक्फ बिल को रोक दे. हम लोग वक्फ की हिफाजत के लिए हमेशा लड़ते रहेंगे. इमारत-ए-शरिया के मौलाना मोहम्मद शिबालिक कासमी ने कहा कि हम सभी चाहते हैं कि सबसे पहले सरकार इस बिल की खामियों को समझे.

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